अग्निवीरों के लिए वरुण गांधी ने की पेंशन छोड़ने की पेशकश, सभी सांसद-विधायकों से भी की अपील
वरुण गांधी ने कहा कि मैं पेन्शन छोड़ने को तैयार हूँ, क्या हम विधायक/सांसद अपनी पेन्शन छोड़ यह नही सुनिश्चित कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
नई दिल्ली। बीजेपी सांसद वरुण गांधी सेना में भर्ती के लिए लाई गई योजना अग्निपथ में रिटायर होने वाले अग्निवीरों को पेंशन ना दिए जाने को लेकर चिंता व्यक्त की है। इतना ही नहीं वरुण गांधी ने अपनी पेंशन छोड़ने की भी पेशकश की है। साथ ही अन्य विधायक सांसदों से भी अपना पेंशन अग्निवीरों के लिए छोड़ने की अपील की है।
वरुण गांधी ने शुक्रवार को एक ट्वीट में लिखा, 'अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह ‘सहूलियत’ क्यूँ? राष्ट्ररक्षकों को पेन्शन का अधिकार नही है तो मैं भी खुद की पेन्शन छोड़ने को तैयार हूँ। क्या हम विधायक/सांसद अपनी पेन्शन छोड़ यह नहीं सुनिश्चित कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?'
अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह ‘सहूलियत’ क्यूँ?
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 24, 2022
राष्ट्ररक्षकों को पेन्शन का अधिकार नही है तो मैं भी खुद की पेन्शन छोड़ने को तैयार हूँ।
क्या हम विधायक/सांसद अपनी पेन्शन छोड़ यह नही सुनिश्चित कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
यह पहली बार नहीं है जब वरुण गांधी ने इस योजना को लेकर युवाओं की चिंता जाहिर की हो। बल्की वह समय समय पर युवाओं की बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने लिखा था कि, 'जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है। क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।'
जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 20, 2022
क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।
पूरा विडीओ यहाँ देखें – https://t.co/uvlVlm13xt pic.twitter.com/Ywo1iAfyHR
किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी। देशभक्त युवा माँ भारती की सेवा का भाव मन में लिए दधीचि की तरह अपनी हड्डियां गलाता है तब जा कर फ़ौज में नौकरी पाता है।लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका अधिकार। pic.twitter.com/DB6FlvfgLI
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 20, 2022
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि, 'किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी। देशभक्त युवा माँ भारती की सेवा का भाव मन में लिए दधीचि की तरह अपनी हड्डियां गलाता है तब जा कर फ़ौज में नौकरी पाता है। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका अधिकार है।'