कुएं में गिरे को 'सीढ़ी' का सहारा
कहते हैं डूबते को तिनके का सहारा लेकिन मप्र के राघोगढ़ में एक कुएं में गिरे तेंदुए को सीढ़ी का सहारा मिला तो जान बची। सीढ़ी का सहारा बना कर किसी तरह बाहर आया तेंदुआ पल भर में आंखों से ओझल हो गया।
1. जान बची तो लाखों पाए...
यह गुना जिले के राघोगढ़ तहसील के ग्राम खैराई की घटना है। यहां एक तेंदुआ कुएं में गिर गया। उसकी दहाड़ सुन कर ग्रामीण कुएं के आसपास इकट्ठा हो गए। उसे निकालने का कोई तरीका काम नहीं आया तो वन विभाग की टीम ने एक सीढ़ी कुएं में डाल दी। तेंदुआ किसी तरह सीढ़ी चढ़ कर बाहर आया और नौ दो ग्यारह हो गया।