हम अपने प्रवासी भाइयों की रक्षा के लिए खड़े हैं, बिहारी मजदूरों को तमिलनाडु सीएम का आश्वासन

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के आरोपों की जांच के लिए तमिलनाडु में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया था।

Updated: Mar 04, 2023, 04:45 PM IST

चेन्नई। बिहार के श्रमिकों पर तमिलनाडु में कथित हमलों के मामले में सियासत तेज है। बिहार विधानसभा में विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन भी देखने को मिला। इसी बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को बिहार के लोगों पर हमले की खबर पर कहा कि प्रवासी मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं है। अगर कोई आपको धमकी देता है तो हेल्पलाइन पर कॉल करें। तमिलनाडु सरकार और लोग हमारे प्रवासी भाइयों की रक्षा के लिए खड़े होंगे।

तमिलनाडु और बिहार के अधिकारियों ने दक्षिणी राज्य में बिहार के प्रवासी कामगारों पर हमलों के बारे में अफवाहें फैलाने वालों को चेतावनी भी दी है। बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के बारे में अफवाहों की जांच के लिए दोनों राज्यों की पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर भी रख रही है। वहीं तमिलनाडु के जिलाधिकारियों ने हिंदी में अपील जारी कर प्रवासी श्रमिकों से कहा है कि वो डरें नहीं।

बता दें कि बिहार के मजदूरों पर हुए कथित हमले की खबर पर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी को चुनौती दी कि वह केंद्रीय गृह मंत्रालय को मामले की जांच कराने के लिए कहें। यादव ने कहा कि तमिलनाडु पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पिटाई का वीडियो निराधार हैं। उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के आरोपों की जांच के लिए तमिलनाडु में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया।
 
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए का, ‘मुझे लखीसराय के अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक प्रवासी से संकटपूर्ण कॉल मिली है। मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की हमारी मांग पर सहमति जताई। प्रतिनिधिमंडल में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे और कल रवाना होंगे।' सिन्हा ने यह भी कहा कि बिहार के अधिकारियों की एक टीम भी प्रतिनिधिमंडल के साथ जाएगी।