मोदी जब शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे थे तब कहां था आयोग, दिग्विजय सिंह ने EC पर लगाए पक्षपात करने के आरोप

चुनाव आयोग किसके इशारे पर चल रही है? हिम्मत दिखानी चाहिए और मोदी, अमित शाह को भी नोटिस देना चाहिए। उन्हें भी बोलना चाहिए। सिर्फ राहुल गांधी को नोटिस क्यों देते हैं: जयराम रमेश

Updated: Mar 07, 2024, 05:28 PM IST

नई दिल्ली/रतलाम। लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने एडवाइजरी जारी कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सोच-समझकर बयानबाजी करने को कहा है। निर्वाचन आयोग के इस एडवाइजरी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश ने आपत्ति जताई है। सिंह ने आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब मोदी पुलवामा शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे थे तब आयोग क्या कर रहा था?

रतलाम के सैलाना में दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा है, 'ये बिल्कुल गलत है। चुनाव आयोग पक्षपात कर रही है। जब मोदी खुलकर कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली के नाम पर वोट मांग रहे थे, जब मोदी पुलवामा के शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे थे तो क्या कर रहा था EC? चुनाव आयोग BJP नेताओं के बयानों पर चुप क्यों रहता है?'

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चुनाव आयोग की एडवाइजरी पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि वे PM के खिलाफ कुछ क्यों नहीं कहते, गृह मंत्री के खिलाफ कुछ क्यों नहीं कहते। ये निष्पक्ष संस्था किसके इशारे पर चल रही है? चुनाव आयोग को हिम्मत दिखानी चाहिए और मोदी-शाह को भी नोटिस देना चाहिए। उन्हें भी बोलना चाहिए। सिर्फ राहुल गांधी को नोटिस क्यों भेजते हैं?

दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश ने पीएम मोदी के कश्मीर दौरे पर भी निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि, क्या मनमोहन सिंह नहीं जाते थे घाटी में? ये मोदी इवेंट मैनेजर है। हर चीज को इवेंट बना देता है। वहीं, जयराम रमेश ने कहा कि धमकी देकर लोगों को मोदी के कार्यक्रम में लाया जा रहा है। जबरदस्ती लोगों को श्रीनगर लाया जा रहा है। हमारा सवाल है कि जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा कब मिलेगा? वहां चुनाव कब होंगे? 

रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग ने राहुल गांधी द्वारा क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया की हार पर पीएम मोदी के लिए 'पनौती' शब्द के इस्तेमाल को लेकर ये एडवाइजरी जारी की है। इसको लेकर भाजपा नेताओं ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी। आयोग ने 23 नवंबर 2023 को राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस पर राहुल गांधी के जवाब के बाद ये एडवाइजरी जारी की गई है।