समाप्त हुआ संसद का शीतकालीन सत्र, एक दिन पहले ही दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित

लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई, संसद के मौजूदा सत्र को 23 दिसंबर को समाप्त होना था

Updated: Dec 22, 2021, 06:33 AM IST

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया है। तय समय से एक दिन पहले ही दोनों सदनों की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। मौजूदा सत्र को 23 दिसम्बर को समाप्त होना था। लेकिन बुधवार को ही पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। 

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 29 नवंबर से हुई थी। यह सत्र कृषि कानूनों की वापसी को लेकर खास माना जा रहा था। प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर को कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा करते हुए कहा था कि शीतकालीन सत्र में उनकी सरकार इन कानूनों को वापस ले लेगी। 

हालांकि सत्र की शुरुआत होते ही राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सदन के बारह सदस्यों को बीते सत्र में अनुशासनहीनता का हवाला देकर पूरे सत्र से निलंबित कर दिया। निलंबित किए गए सांसदों में सबसे अधिक 6 सांसद कांग्रेस पार्टी के थे। राज्यसभा से सांसदों के निलंबन का मुद्दा पूरे सत्र में ज़ोर पकड़ता रहा। खुद निलंबित सांसद अपने निलंबन के विरोध में सदन परिसर में गांधी प्रतिमा के बाहर प्रदर्शन करते रहे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी निलंबन के विरोध में प्रदर्शन किया।

सांसदों के निलंबन के अलावा सदन में लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर भी विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। एसआईटी की रिपोर्ट का खुलासा होने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग ज़ोर पकड़ने लगी। राहुल गांधी ने मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर सदन में स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया, लेकिन केंद्र सरकार ने अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

शीतकालीन सत्र के दौरान जया बच्चन के गुस्से ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं। समाजवादी पार्टी सांसद ने राज्यसभा में बीजेपी के नेताओं को जमकर लताड़ लगाई। जया बच्चन ने भरे सदन में बीजेपी को नेताओं को श्राप देते हुए कहा कि जल्द ही आप लोगों के बुरे दिन आएंगे।

संसद की कार्यवाही स्थगित होने से एक दिन पहले बीएसपी सांसद दानिश अली कोरोना से संक्रमित पाए गए। मंगलवार को राज्यसभा में निर्वाचन (संशोधन) विधेयक पेश किया गया। जिसके बाद विपक्ष ने ऊपरी सदन में काफी विरोध किया। विपक्ष इस बिल को चयन समिति के पास भेजने की मांग कर रहा था। इसी दौरान टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन पर आसन की ओर रूल बुक फेंकने का आरोप लगा। जिसके बाद उन्हें शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। वे इस सत्र से निलंबित किए जाने वाले तेरहवें सांसद थे। हालांकि इसके ठीक अगले दिन ही सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।