भविष्य की संभावनाएं तलाशती नज़र, एक तीर और अनेक कहानी

यूपी का सोनभद्र इलाक़ा, विकास की अनेक संभावनाओं से भरा मगर आदिवासी इलाक़ों में पिछड़ेपन की कहानी कहता है। यहाँ बच्चे स्कूली शिक्षा की बजाय परंपरागत तीर कमान के माहिर हैं। कई बच्चों ने बताया कि वो कबूतर और जंगली चिड़िया मारकर खाने के लिए इसका इस्तेमाल कर लेते हैं

Updated: Feb 04, 2021, 11:26 PM IST

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पिछलेपन की दास्तान कहता सोनभद्र का एक इलाक़ा
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2. पिछलेपन की दास्तान कहता सोनभद्र का एक इलाक़ा

अत्तर प्रदेश के सोनभद्र इलाके में आज भी ऐसे गांव हैं, जहां लोगों को भरपेट भोजन के लिए पक्षियों का शिकार करना पड़ता है। जीवन की जरूरतों ने इन बच्चों को निशानेबाज़ बना दिया है।