DK Shivakumar : पीएम केयर्स फंड को मिला चीनी कंपनियों से डोनेशन
Karnataka Congress Chief : जब चीन आक्रमण कर रहा है तब क्या चीनी कंपनियों से डोनेशन लेकर प्रधानमंत्री समझौता नहीं कर रहे
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने अब पीएम केयर्स फंड में चीनी फंडिंग को लेकर सवाल उठाया है। शिवकुमार ने प्रधानमंत्री पर चीनी फंडिंग को स्वीकारने को लेकर सवाल किए हैं। शिवकुमार ने हुआवे, टिक टॉक, ओप्पो और शाओमी जैसी चीनी कम्पनियों द्वारा पीएम केयर्स फंड में डोनेशन स्वीकारने के लिए प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है।
एक तरफ जहां सीमा पर भारत और चीन के बीच लगातार तनाव बढ़ने की खबरे आ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ देश के भीतर भी राजनीतिक संघर्ष अपने चरम पर पहुंचता दिख रहा है। दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर चीन के साथ रिश्तों को लेकर आरोप लगा रही हैं। दोनों ही एक दूसरे पर चीनी फंडिंग का आरोप लगा रही हैं। चीनी फंडिंग का विवाद तब बढ़ गया जब शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजीव गांधी फाउंडेशन में चीनी फंडिंग को लेकर कांग्रेस पर सवाल खड़ा कर दिया। नड्डा के इस आरोप का जवाब तो कांग्रेस ने दे दिया लेकिन उसके बाद से ही कांग्रेस ने बीजेपी और उसके नेताओं के ऊपर चीन के साथ रिश्तों को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी है।
क्या पीएम चीन से समझौता नहीं कर रहे
कांग्रेस लगातार अब बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर चीन के साथ संबंधों को लेकर हमलावर है। इसी कड़ी में कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने प्रधानमंत्री और पीएम केयर्स फंड पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ऐसे समय में जब चीन लगातार भारत पर आक्रमण कर रहा है तो चीनी कंपनियों से डोनेशन लेकर प्रधानमंत्री समझौता नहीं कर रहे ? क्या इससे प्रधानमंत्री चीन के समक्ष अपनी स्थिति को कमज़ोर नहीं कर रहे हैं? शिवकुमार ने ट्वीट किया है कि ' चीनी कंपनियों हुआवे, टिक टॉक और शाओमी द्वारा विवादित और अपारदर्शी पीएम केयर्स फंड में सैकड़ों करोड़ का डोनेशन प्राप्त किया गया है। एक तरफ चीन जहां भारत पर आक्रमण कर रहा है, तब प्रधनामंत्री चीनी कम्पनियों से डोनेशन लेकर अपनी स्थिति से समझौता नहीं कर रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री जवाब देंगे?
Hundreds of Crores of donations from Chinese companies like HUAWEI, TikTok, OPPO & XIAOMI have been accepted in the controversial & opaque fund PM CARES
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) June 28, 2020
Isn't the PM compromising his position by accepting such donations when the Chinese are attacking India? Will the PM answer? pic.twitter.com/YldvuGeNQb