यौन शोषण मामले में गठित जांच कमेटी पर पहलवानों ने उठाए सवाल, कहा- हमें धोखा मिला
खेल मंत्रालय ने सोमवार शाम को दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्य निगरानी समिति गठित की थी। बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने दूसरी कमेटी बनाने की मांग की है।

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और पहलवानों के बीच शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, खेल मंत्रालय ने इस मामले की जांच के लिए एक निगरानी समिति का गठन कर दिया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि यह समिति आरोपों की जांच कर एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। लेकिन पहलवानों ने इस कमेटी पर सवाल खड़े किए हैं।
पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने इस कमेटी के विरोध में ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि हमें आश्वासन दिया गया था कि निगरानी समिति के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। लेकिन बड़े दुख की बात की है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय तक नहीं ली गई। इस ट्वीट के साथ पहलवानों ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग किया है।
हमें आश्वासन दिया गया था कि Oversight Committee के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई. @narendramodi @AmitShah @ianuragthakur
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) January 24, 2023
विनेश फोगाट ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस निगरानी समिति को भंग कर दिया जाए। इतना ही नहीं, उन्होंने मांग की कि सरकार एक नई समिति का गठन करे। साथ ही जो नई समिति बने उसमें हमारी पसंद के मेंबर्स को शामिल किया जाए। विनेश ने कहा कि यह महिलाओं का मामला है और ये बहुत गंभीर है। हमें उम्मीद है कि मंत्रालय हमारी बात सुनेगा।
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बता दें कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले की जांच के लिए सोमवार को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था जिसकी अध्यक्ष मैरी कॉम को बनाया गया था। पैनल के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) की पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन शामिल हैं। यह समिति ही अगले एक महीने तक डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के काम को भी देखेगी।
दरअसल, पहलवानों ने बीते दिनों भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने भूषण के खिलाफ तानाशाही रवैया अपनाने और जूनियर पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए थे। बृजभूषण भाजपा के सांसद भी हैं। वह छह बार से सांसद हैं। पहलवानों ने उन खिलाड़ियों के नामों को उजागर नहीं किया था जिनका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था।