महादेव बेटिंग ऐप पर केंद्र सरकार ने लगाया बैन, सीएम भूपेश बोले- केंद्र को अब होश आया है

मैं कई महीनों से सवाल पूछ रहा हूं कि सट्टा खिलाने वाले इस ऐप पर केंद्र सरकार बंद क्यों नहीं रही है। मैंने तो यहां तक कहा था कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा है: सीएम भूपेश बघेल

Updated: Nov 06, 2023, 10:52 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बीच महादेव बेटिंग ऐप का मुद्दा तूल पकड़ता दिख रहा है। इसी बीच केंद्र सरकार ने महादेव बेटिंग एप समेत 22 अवैध और एप्लीकेशन और वेबसाइट्स पर बैन लगा दिया है। केंद्र ने प्रवर्तन निदेशालय की सिफारिश पर यह कार्रवाई की है। ऐप बैन किए जाने पर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र को अब होश आया है।

सीएम बघेल ने ट्वीट किया, 'आख़िरकार केंद्र सरकार को होश आया और उसने ‘महादेव ऐप’ पर बैन लगाने का फ़ैसला किया। मैं कई महीनों से सवाल पूछ रहा हूं कि सट्टा खिलाने वाले इस ऐप पर केंद्र सरकार बंद क्यों नहीं रही है। मैंने तो यहां तक कहा था कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा है या फिर भाजपा का ऐप संचालकों से लेन-देन हो गया है।'

सीएम बघेल ने आगे लिखा, 'आश्चर्य है कि ईडी महीनों से इस मामले की जांच कर रही है और फिर भी ऐप का संचालन लगातार होता रहा। अब केंद्र सरकार को होश आ ही गया है तो अच्छा है कि इस ऐप के संचालकों को भी दुबई से यथाशीघ्र गिरफ़्तार कर भारत लाया जाए। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ही सबसे पहले उनके ख़िलाफ़ लुक-आउट नोटिस जारी किया था. उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस भी रिमांड में लेकर पूछताछ करना चाहेगी क्योंकि यहां तो सबसे पहले उनके ख़िलाफ़ मामले दर्ज हुए हैं।'

बता दें कि महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाई गई एक एप्लीकेशन है, जिस पर यूजर्स कार्ड गेम्स, पोकर आदि गेम खेलते थे इसी एक की मदद से लोग क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि खेलों के अलावा सट्टेबाजी भी करते थे, जो कि पूरी तरह से अवैध है। सट्टेबाजी का जाल जब तेजी से फैलने लगा तो इसमें जांच शुरू हुई और हजारों करोड़ रुपए के नेटवर्क का खुलासा हुआ। इस मामले में राज्य और केंद्र सरकार आमने सामने है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा है कि महादेव सट्‌टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। ED ने यह दावा गुरुवार को गिरफ्तार किए गए कैश कूरियर असीम दास के हवाले से किया है। हालांकि, ED ने कहा है कि इसकी पुष्टि नहीं हुई है, जांच की जा रही है। वहीं, सीएम भूपेश बघेल इस मामले में केंद्र सरकार की भूमिका संदिग्ध बता रहे हैं।