CG Elections 2023: छत्तीसगढ़ में हिंसा भड़काना चाहते हैं गृहमंत्री शाह, निर्वाचन आयोग कार्रवाई करे: कांग्रेस

Amit Shah in Rajnandgaon: छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने भुवनेश्वर साहू को लिन्चिंग कराकर मार डाला। उसके हत्यारों को उसके अंजाम तक जरूर पहुंचाएंगे।

Updated: Oct 16, 2023, 07:42 PM IST

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव दौरे पर सोमवार को पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान की कांग्रेस ने तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ को हिंसा की आग में झोंकना चाहते हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने केंद्रीय चुनाव आयोग से शाह के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राजनांदगांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बेमेतरा के बिरनपुर गांव में हुई हिंसा का जिक्र किया। शाह ने इसके लिए सीधे तौर पर कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने भुवनेश्वर साहू को लिन्चिंग कराकर मार डाला। उन्होंने भीड़ को भड़काते हुए कहा कि उसकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। उसके हत्यारों को उसके अंजाम तक जरूर पहुंचाएंगे।

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कांग्रेस ने देश के गृहमंत्री की इस बयान की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'देश के गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अत्यंत भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने हत्या के एक मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।'

जयराम रमेश ने आगे लिखा, 'अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फ़ायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है। हक़ीक़त यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ़्तार करके जेल भेजा था। लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ़ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं।'