Chhattisgarh: किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने किया राजभवन का घेराव, गवर्नर को सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राजभवन के बाहर की केंद्र के खिलाफ की नारेबाजी,पीसीसी चीफ मोहन मरकाम बोले किसानों, सांसदों से चर्चा किए बिना कृषि कानून लाया गया, संघीय व्यवस्था की अनदेखी का लगाया आरोप

Updated: Jan 15, 2021, 01:27 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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रायपुर। किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने शुक्रवार को देशव्यापी आंदोलन किया। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों और पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजभवन का घेराव कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की है।

इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने केंद्र सराकर पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया है।  आरोप है कि केंद्र सरकार ने किसानों, सांसदों से बिना चर्चा किए कृषि कानूनों को लागू किया है। कांग्रेस ने कृषि कानूनों को किसानों और कृषि के लिए खतरा बताते हुए बिना शर्त वापस लेने की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सरकार ने इन कानूनों को संघीय व्यवस्था को रौंद कर लागू किया है, इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।  

राज्यपाल अनुसुइया उइके द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित कृषि संशोधन बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने पर भी पीसीसी चीफ ने सवाल उठाए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि वे जल्द ही इस पर हस्ताक्षर करेंगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में कृषि संशोधन बिल लाई है, जिसे लेकर राज्यपाल और सरकार आमने सामने हैं।

राजभवन के बाहर प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के अलावामंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू, अमितेश शुक्ला, अरुण वोरा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।