कोरबा, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में बाढ़ के हालात, भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित

प्रदेश की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ा, बांधों के गेट खुलने से निचली बस्तियों में भरा पानी, बिलासपुर, गौरेला में सैकड़ों परिवारों के घरों में घुसा पानी

Publish: Sep 16, 2021, 10:07 AM IST

Photo Courtesy: Etv Bharat
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कई दिनों से मानसूनी बरसात हो रही है। जिसकी वजह रायपुर, बिलासपुर, गरियाबंद, जगदलपुर, कोरबा समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। रायपुर में भारी वर्षा के साथ बिजली गिरने की संभावना है।

बिलासपुर के बैराज फुल होने पर उसके गेट खोल दिए गए। जहां से करीब 2392 क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। जिसकी वजह से जिले की अरपा नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई। जिसकी वजह से निचली बस्तियों में पानी भर गया है। लोगों के घरों का सामान भीगने से अफरातफरी का माहौल बन गया। लोगों का आरोप है कि बिना सूचना के पानी छोड़ने की वजह से वे अपना सामान सुरक्षित नहीं रख पाए।    

वहीं प्रदेश के नवनिर्मित गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भारी बारिश की वजह से जनजीनव प्रभावित हो गया है। गावों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। गांव टापू जैसे नजर आ रहे हैं। लोगों ने ऊंची जगहों पर शरण ले रखी है। दरअसल पेंड्रा में तीन दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है। इलाके की सभी नदियां उफान पर हैं। बाधों का जल स्तर बढ़ गया है। तिपान, ऐलान, अरपा, सोन,  बम्हनी, जावस, मलनिया नदियां उफान पर हैं। पेंड्रा और बिलासपुर को जोड़ने वाला केवल एक मार्ग खुला है, बाकी दो बाढ़ की वजह से बाधित हैं। 

मौसम विभाग ने रायपुर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिलो में बरसात की चेतावनी जारी की है। रायगढ़ में मध्यम वर्षा, रायपुर-दुर्ग और बस्तर संभागों के अधिकांश जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। 

 प्रदेश में हो रही लगातार बारिश का असर कोरबा में भी देखने को मिला। यहां निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिले की हसदेव नदी उफान पर है। दर्री बांध से 16 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण यहां आसपास के इलाकों की बस्तियों में बाढ़ आ गई। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटा है।