मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पेश किया छत्तीसगढ़ का बजट, मछली पालन को मिलेगा कृषि का दर्जा

छत्तीसगढ़ में इस साल सबसे ज्यादा हुई धान खरीद, कोदो, कुटकी, रागी को भी समर्थन मूल्य पर खरीदेगी सरकार, गाँवों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का एलान

Updated: Mar 01, 2021, 10:43 AM IST

Photo courtesy: twitter
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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित्तीय वर्ष 2021—22 के लिए बजट पेश किया। इस बजट में गौठान योजना के लिए 175 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। सरकार ने मत्स्य पालन और लाख पालन को कृषि का दर्जा देने का फैसला किया है। मत्स्य पालन के लिए 171 करोड़ 20 लाख का बजट रखा गया है। ग्रामीण स्तर पर रूरल इंडस्ट्रियल पार्क लगाने का ऐलान किया है। सौर सुजला योजना में 530 करोड़ का प्रावधान किया गया है। धान, मक्का, गन्ना की तर्ज पर कोदो, कुटकी, रागी को भी सरकार समर्थन मूल्य पर खरीदेगी।

सीएम ने विधानसभा को बताया का इस साल छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे ज्यादा धान खरीदी हुई है। प्रदेश में 20 लाख 53 किसानों से 92 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी हुई है। वहीं गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के तह 80 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।इस बजट में चिराग योजना के लिए 150 करोड़ का प्रावधान किया गया। प्रधानसमंत्री कृषि सिंचाई योजना और शाकंभरी योजना के लिए 123 करोड़, छत्तीसगढ़ राज्य बीमा में 56 करोड़ का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में किसी तरह की दुर्घटना का शिकार होने पर पत्रकारों को 5 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। वहीं गोबर खरीदी के 80 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। 

 

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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 1, 2021

 चिराग योजना के लिए 150 करोड़ का प्रावधान। सरकार ने चार नए बोर्ड बनाने की घोषणा की है। भूमिहीन श्रमिकों के लिए नवीन न्याय योजना की होगी शुरुआत की जाएगी,  तृतीय लिंग के लिए 76 लाख की लागत से पुनर्वास केंद्र बनाए जाएंगे। सरकार ने शहरी स्वच्छता कामगारों का मानदेय बढ़ा दिया है, अब उन्हें 5 हजार से की जगह 6 हजार रुपए दिया जाएगा। भोपाल की तर्ज पर रायपुर में मानव संग्रहालय बनाने का ऐलान किया गया है।