बाजार से गायब है 2000 का नोट, BJP सांसद सुशील मोदी ने राज्यसभा में उठाई नोट बंद करने की मांग

राज्यसभा में सार्वजनिक महत्व के मामलों पर चर्चा के दौरान BJP सांसद सुशील मोदी ने कहा कि, '2000 का नोट, यानी ब्लैक मनी... 2000 का नोट, यानी होर्डिंग... अगर ब्लैक मनी को रोकना है, तो 2,000 रुपये के नोट को बंद करना होगा।

Updated: Dec 12, 2022, 08:02 AM IST

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा सांसद तथा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने 2000 रुपये के करेंसी नोट को बंद किए जाने की वकालत करते हुए उसे 'ब्लैक मनी' और जमाखोरी की जड़ बताया। उन्होंने दावा किया कि 2,000 रुपये के नोटों का आपराधिक गतिविधियों व अवैध व्यापार में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है, लिहाजा सरकार को इसे चरणबद्ध तरीके से बंद कर देना चाहिए।

राज्यसभा में सार्वजनिक महत्व के मामलों पर चर्चा के दौरान BJP सांसद सुशील मोदी ने कहा, '2000 का नोट, यानी ब्लैक मनी... 2000 का नोट, यानी होर्डिंग... अगर ब्लैक मनी को रोकना है, तो 2,000 रुपये के नोट को बंद करना होगा।' मोदी ने कहा कि, 'बाजार में गुलाबी रंग के 2,000 रुपये के नोटों का दर्शन दुर्लभ हो गया है। एटीएम से नहीं निकल रहा है और अफवाह है कि यह अब वैध नहीं रहा।’ उन्होंने सरकार से इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

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भाजपा सांसद सुशील मोदी ने दावा किया कि पिछले तीन वर्ष से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी है और बड़ी संख्या में 2,000 रुपये के नकली नोट जब्त भी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘बड़े पैमाने पर लोगों ने 2,000 के नोटों की जमाखोरी कर रखी है। केवल अवैध व्यापार में इसका इस्तेमाल हो रहा है। कुछ जगहों पर यह ब्लैक में भी मिल रहा है व प्रीमियम पर बिक रहा है। मादक पदार्थों, धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण में सहित कई अपराधों में इन नोटों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है।'

सुशील मोदी ने तर्क दिया कि दुनिया की सभी आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में बड़े नोटों का प्रचलन बंद हो गया है। उन्होंने कहा, 'अमेरिका में अधिकतम 100 डॉलर है और वहां भी 1,000 डॉलर के नोट नहीं हैं। चीन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ में भी नोटों के अधिकतम मूल्य 200 तक ही है। केवल पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में 5,000 के नोट हैं भारत में 2,000 के नोट के प्रचलन का अब कोई औचित्य नहीं है। अब तो सरकार डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा दे रही है। इसलिए मेरा सरकार से अनुरोध है कि वह चरणबद्ध तरीके से 2,000 के नोटों को धीरे-धीरे बंद कर दिया जाना चाहिए।’