Flipkart की फेस्टिवेल सेल के दौरान चीनी हैकर्स की करतूत, जानिए कैसे लगाया ग्राहकों को चूना

साइबरपीस फाउंडेशन की रिपोर्ट में खुलासा, फेस्टिवल सेल के दौरान फर्जी स्पिन द लकी व्हील के जरिए ग्राहकों को गुमराह करने की हुई कोशिश 

Updated: Dec 19, 2020, 02:37 AM IST

Photo Courtesy: Hindustan
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नई दिल्ली। चीन के हैकर्स ने Flipkart की फेस्टिवल सेल के दौरान भारत के ऑनलाइन शॉपर्स को बड़े पैमाने पर निशाना बनाया। ये खुलासा एक नई रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन के साइबर क्रिमिनल्स भारत में अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपना 'शिकार' बना रहे हैं। ख़ासतौर पर चीन के गुआंगडोंग और हेनान इलाक़ों के हैकर्स ने फ्लिपकार्ट फेस्टिव सीजन सेल्स के दौरान भारतीय के ऑनलाइन ग्राहकों पर एक नए तरीक़े से हमला किया है।

नकली स्पिन द लकी व्हील की आड़ में हमला 

नई दिल्ली के साइबरपीस फाउंडेशन ने शुक्रवार को बताया कि Flipkart ने अक्टूबर में अपनी 'बिग बिलियन डे सेल' की घोषणा की थी। चाइनीज हैकर्स ने मौका देखकर 'स्पिन द लकी व्हील' नाम के स्कैम के जरिए ऑनलाइन खरीदारों को टारगेट किया। चाइनीज स्कैमर ने इस मौके पर इससे मिलता-जुलता 'अमेजॉन बिग बिलियन डे सेल' नाम का स्कैम तैयार किया।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 'बिग बिलियन डेज' फ्लिपकार्ट द्वारा चलाया गया एक कैंपेन था, लेकिन हैकर्स ने इसमें जनता की भारी दिलचस्पी का इस्तेमाल करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश की, ताकि वे समझें कि वैसी रही एक प्रतियोगिता अमेजॉन द्वारा भी चलाई जा रही है। जबकि असल में अमेजॉन की फेस्टिवल सेल 'ग्रेट इंडियन फेस्टिवल' के नाम से होती है, जिसमें अमेजॉन के अधिकतर प्रॉडक्ट्स पर डिस्काउंट और ऑफर्स दिए जाते हैं। 

भारत में इंटरनेट यूजर्स को क्लिक करने और कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए फर्जी लिंक्स भेजे जाते थे, जिसमें लोगों से कहा जाता था कि वह Oppo F17 Pro (मैट ब्लैक, 8GB रैम और 128GB स्टोरेज) स्मार्टफोन जीत सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कॉन्टेस्ट में शामिल लोगों को यह भरोसा दिलाया जाता था कि उन्होंने पुरस्कार के रूप में फोन जीत लिया है। इसके बाद उन्हें वॉट्सऐप के माध्यम से अपने दोस्तों और परिवार के साथ लिंक शेयर करने के लिए कहा जाता था। अब सामने आया है कि सभी डोमेन लिंक चीन में विशेष रूप से गुआंग्डोंग और हेनान प्रांत में 'फांग जिओ किंग' नाम के एक संगठन ने रजिस्टर कराए थे। हैकर्स ने इन डोमेन को अलीबाबा के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर किया था।  

साइबरस्पेस फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष विनीत कुमार के मुताबिक ई-कॉमर्स घोटाले नए नहीं हैं, लेकिन खतरनाक बात यह है कि चीन बार-बार साइबर हैकिंग कर रहा है। 'स्पिन द व्हील' स्कैम का इस्तेमाल भी वो पिछले कुछ सालों से कर रहा है। उनके मुताबिक भारत में 10 करोड़ से अधिक ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोग हैं और जितने अधिक लोग ऑनलाइन आएंगे उतने ही अधिक स्कैम भी होंगे।

विनीत कुमार बताते हैं कि इन घोटालों के ज़रिए इकट्ठा की गई जानकारी का उपयोग साइबर हमलों के लिए  किया जा सकता है। ख़ास तौर पर टियर 2 और टियर 3 शहरों के इंटरनेट यूजर्स को ज्यादा निशाना बनाया जाता है। क्योंकि उन शहरों में ऐसे स्कैम्स के बारे में जागरूकता कम है।' रिपोर्ट के मुताबिक स्कैम में इस्तेमाल किए गए लिंक अब तक ऐक्टिव हैं। हैकर्स ने इनके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक अकाउंट बनाए हैं, जिनमें नकली फोटोज और कमेंट्स का भी इस्तेमाल किया गया है।