ब्रिटेनवासियों को भाया नार्थ ईस्ट का कटहल, त्रिपुरा से भेजी गई 1.2 टन कटहल की पहली खेप

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की पहल पर त्रिपुरा से कटहल का निर्यात शुरु किया गया, इससे पहले यहां के आयरन की खूबी वाले रेड राइस अमेरिका भेजे गए थे, नींबू और अनानास को भी पश्चिम एशिया में खूब पसंद किया गया था

Updated: May 22, 2021, 09:57 AM IST

Photo courtesy: twitter
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त्रिपुरा। नार्थ ईस्ट अपनी खूबसूरती के साथ साथ यहां होने वाली आर्गेनिक खेती के लिए भी फेमस हो रहा है। त्रिपुरा से बड़ी मात्रा में कटहल ब्रिटेन भेजा जा रहा है। शुरुआती दौर में 1.2 टन ताजे कटहल की खेप निर्यात की गई है। मणिपुर के हार्टीकल्चर विभाग के डायरेक्टर फणिभूषण जमातिया से मिली जानकारी के अनुसार 350 कटहलों की खेप भेजी गई है। दरअसल ब्रिटेन में पश्चिम एशिया के फलों और सब्जियों को खासा पसंद किया जाता है।

ट्रायल के तौर पर 350 कटहल जिनका वजन 1.2 टन के करीब है भेजा गया है। इसे त्रिपुरा से दिल्ली और दिल्ली से ब्रिटेन भेजा जा रहा है। इंग्लैंड के बाशिंदे अब त्रिपुरा के मीठे कटहलों का स्वाद लेने वाले हैं। यह पहला मौके है जब त्रिपुरा से कटहल निर्यात किया जा रहा है। इससे पहले त्रिपुरा से अनानास और नींबू पश्चिम एशिया एक्सपोर्ट किया जाता रहा है। कुछ समय पहले ब्रह्मपुत्र घाटी में उगाए गए आयरन युक्त लाल चावल की पहली खेप असम से अमेरिका एक्सपोर्ट की गई थी। आयरन से भरपूर लाल चावल या रेड राइस असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में बिना किसी केमिकल खाद के पैदा किए जाते हैं। चावल की इस किस्म को 'बाओ-धान' कहते हैं। यह असमिया भोजन का एक अभिन्न अंग है।

इनदिनों पूर्वोत्तर के प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण एक के बाद एक अहम फैसले ले रहा है। यहां पूर्वोत्तर में क्षमता निर्माण, गुणवत्ता उन्नयन और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस प्रयोग के सफल होने पर हर हफ्ते करीब 5 टन कटहल निर्यात की जा सकती है।

कटहल की खेप लंदन भेजने का वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें एपीडा के अध्यक्ष डॉक्टर एम अंगमुथु और त्रिपुरा सरकार के कृषि सचिव सीके जमातिया समेत अन्य आला अफसरों ने शिरकत की। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) एक भारतीय शीर्ष-निर्यात व्यापार संवर्धन सक्रिय सरकारी संस्था है। जो कि ताजी सब्जियों और फलों के निर्यात को बढ़ावा देने का कार्य करती है। यह किसानों, भंडारगृहों, पैकर्स, निर्यातकों, भूतल परिवहन, बंदरगाहों, रेलवे, एयरवेज और अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात व्यापार में लगे अन्य सभी के बीच महत्वपूर्ण इंटरफेस प्रदान करता है।

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नार्थ ईस्ट की कटहल का स्वाद ब्रिटेनवासी ले सकेंगे। कटहल खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही गुणकारी भी है। यह  कच्चा और पका दोनों तरीके से खाया जाता है। यह विटामिन A और विटामिन C, थाइमिन, पोटैशियम, कैल्‍शियम, राइबोफ्लेविन, आयरन, नियासिन और जिंक से भरपूर होता है, कहा जाता है कि यह शुगर पेशेंट्स के लिए लाभदायक है।