महू: किसानों के एक करोड़ रुपये लेकर ठग हुए फरार, आलू ख़रीदे पर पैसे नहीं दिए

इंदौर ज़िले के महू में किसानों ने 50 एकड़ पर आलू उगाया था, ठग ने किसानों को आलू बिकने के बाद रक़म देने का वादा किया था, लेकिन फसल लेने के बाद क़रीब एक करोड़ रुपये दिए बिना ही लापता हो गया

Updated: Mar 20, 2021, 04:56 AM IST

Photo Courtesy: CNN
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इंदौर। मध्य प्रदेश में किसानों से ठगी के लगातार एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। ताज़ा मामला महू का है जहां कॉन्ट्रैक्ट की आड़ में एक ठग कई किसानों के करीब एक करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया है। अपना नाम अमित बताने वाले इस शख्स ने किसानों से कॉन्ट्रेक्ट के तहत आलू बिकने के बाद फसल का भुगतान करने का वादा किया था। आरोपी ने किसानों से फसल तो ले ली, लेकिन उनके करीब एक करोड़ रुपये दिए बिना ही लापता हो गया है। 

महू के खुड़ैल के रहने वाले मोहनलाल, सत्यनारायण, मूलचंद और रामनारायण सहित कई किसानों ने अमित नामक व्यक्ति से आलू की फसल पर करार किया था। आरोपी ने फसल उपजाने से पहले कुछ रकम एडवांस के तौर पर किसानों को दे भी दी। इससे किसानों को भरोसा हो गया कि आरोपी फसल के बिकने के बाद किसानों को पूरा भुगतान ज़रूर करेगा। 

किसानों ने करार के तहत करीब 50 एकड़ भूमि पर आलू उपजाया। आरोपी ने किसानों की फसल बिकते ही उन्हें फसल की राशि का भुगतान का वादा किया। आरोपी अमित की तिल्लौर खुर्द में दुकान थी। किसान पिछले तीन महीने से लगातार फसल की राशि के भुगतान की मांग कर रहे थे। हर बार ठग किसानों को जल्द ही राशि के भुगतान का आश्वासन देकर लौटा दे रहा था। लेकिन एक दिन जब किसान उसकी दुकान पर राशि के भुगतान की मांग करने पहुंचे तो आरोपी के दुकान पर ताला जड़ा हुआ था। आरोपी किसानों के हिस्से के एक करोड़ रुपए की राशि लेकर फरार हो गया था। किसानों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश कर रही है। 

महू में इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला ने कृषि कानूनों के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है, यदि मोदी जी का किसान विरोधी क़ानून लागू हो गया तो इन किसानों को अदालत में भी जाने की इजाज़त नहीं है। किसान विरोधी कानून वापस लो। 

रणदीप सुरजेवाला ने इस घटना की जानकारी साझा करते हुए लिखा है, 'नए कृषि क़ानूनों का असर -किसान से 1 करोड़ का आलू लेकर व्यापारी गायब, भुगतान का नाम और निशान नही।मोदी जी,अर्थ व्यवस्था चौपट, कृषि व्यवस्था अस्तित्वहीन !खेती लाभ का धंधा?'