Wheat Procurement: MP में इस साल रिकार्ड गेहूं खरीदी

पंजाब को पीछे छोड़ एमपी ने इस वर्ष 1 करोड़ 27 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया है, जो पिछले साल से 74% ज़्यादा बताया जा रहा है

Publish: Jun 10, 2020, 08:51 AM IST

इस वर्ष गेहूं उपार्जन के मामले में मध्य प्रदेश ने बाकी सभी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर पहुंच गया। इस वर्ष पूरे देश में गेहूं का सबसे अधिक उपार्जन मध्य प्रदेश में हुआ है। गेहूं उपार्जन का आंकड़ा एक करोड़ मीट्रिक टन से भी ऊपर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 27 लाख 67 हज़ार 628 मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया है। 

74 फीसदी अधिक हुआ उपार्जन 
इस वर्ष पूरे प्रदेश भर में गेहूं का रिकॉर्ड उपार्जन हुआ है। गेहूं उपार्जन के मामले में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर पहुंच गया है। इस दफा पिछले वर्ष की तुलना में पूरे प्रदेश में 74 फीसदी अधिक गेहूं का उपार्जन किया गया है। गौरतलब है कि इस वर्ष प्रदेश में 1 करोड़ 27 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया है तो वहीं पिछले वर्ष लगभग 73 लाख 29 हज़ार टन गेहूं ही उपार्जित किया गया था। दावा है कि देश के सभी राज्यों द्वारा कुल उपार्जन का 33% मध्यप्रदेश के हिस्से आया है। पूरे देश में 3 करोड़ 86 लाख 54 हजार मेट्रिक टन गेहँ का उपार्जन किया गया है। 

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश ने गेहूं के उपार्जन में पंजाब जैसे कृषि संपूर्ण राज्य को भी पीछे छोड़ दिया है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस उपलब्धि के लिए राज्य के सभी किसान बधाई के पात्र हैं।

हालांकि आज भी अनेक किसान एसएमएस आने के बाद अपने गेहूं की तुलाई का इंतज़ार कर रहे हैं। और किसानों का कहना है कि इस साल प्रदेस में  रिकार्ड गेँहू का उत्पादन हुआ है, लगभग 360 लाख टन। लेकिन खरीदी 127 लाख टन ही हुई है। मतलब अब भी उत्पादन का लगभग 65% -66% गेहूं खरीदा नहीं जा सका है। कुछ किसान संगठनों का कहना है कि इस साल सरकार की तरफ से सिर्फ 34% ख़रीदी हुई।