इंदौर और उज्जैन में 22 मार्च से ख़रीदा जाएगा गेहूं, राज्य के बाक़ी इलाक़ों में 1 अप्रैल को शुरू होगी ख़रीद
मध्य प्रदेश में अब तक चार लाख से ज़्यादा किसान पंजीकृत हो चुके हैं, 20 फरवरी तक 20 लाख किसानों के पंजीकृत होने का अनुमान है

भोपाल। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 22 मार्च से शुरू हो जाएगी। सबसे पहले इंदौर और उज्जैन संभाग में गेहूं की खरीदी होनी है। जबकि शेष राज्य में एक अप्रैल से गेहूं की खरीदी शुरू होने का अनुमान है। गेहूं के साथ साथ प्रदेश में चना और सरसों की खरीद भी शुरू होनी है। समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद के लिए प्रदेश में कील 4,529 केंद्र बनाए जा रहे हैं। अब तक चार लाख से ज़्यादा किसान पंजीकृत हो चुके हैं। 20 फरवरी तक 20 लाख किसानों के पंजीकृत होने का अनुमान है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मर्तबा सरकार पूरे प्रदेश में कुल मिलाकर 125 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद होने की उम्मीद कर रही है। इस दफा गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए होगा। पिछली बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया था। पिछली बार सरकार ने प्रदेश के लभग 15.81 लाख किसानों से रिकॉर्ड 129 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा था।
मसूर, चना और सरसों की खरीद प्रक्रिया 15 मार्च से ही शुरू हो जाएगी। यह प्रक्रिया 15 मई तक चलेगी। चने का समर्थन मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर का 5100 रुपए प्रति क्विंटल और सरसों का समर्थन मूल्य 4650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। इनमें सबसे ज़्यादा 14.51 लाख टन खरीद चने की होने की उम्मीद है। मसूर की खरीद 1.37 लाख टन और सरसों की खरीद 3.90 लाख टन तक होने का अनुमान है।