भारत को समय पर मिलेंगे राफेल विमान

ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि महामारी के चलते राफेल की आपूर्ति में देरी हो सकती है.

Publish: May 25, 2020, 07:13 AM IST

Photo: Swaraj Express
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भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति में कोई देरी नहीं होगी और जिस समय सीमा को तय किया गया था, उसका सख्ती से पालन किया जाएगा।

भारत ने फ्रांस के साथ सितंबर 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एक अंतर सरकारी समझौता करीब 58,000 करोड़ रुपये की लागत से किया था।

लेनिन ने  कहा, “राफेल विमानों के अनुबंधात्मक आपूर्ति कार्यक्रम का अब तक बिल्कुल सही तरीके से सम्मान किया गया है और वास्तव में अनुबंध के मुताबिक अप्रैल के अंत में फ्रांस में भारतीय वायु सेना को एक नया विमान सौंपा भी गया है।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आठ अक्टूबर को फ्रांस में एक हवाई अड्डे पर पहला राफेल जेट विमान प्राप्त किया था।

राजदूत ने कहा, “हम भारतीय वायुसेना की पहले चार विमानों को जल्द से जल्द फ्रांस से भारत ले जाने की व्यवस्था करने में मदद कर रहे हैं। इसलिये, यह कयास लगाए जाने के कोई कारण नहीं हैं कि विमानों की आपूर्ति के कार्यक्रम की समयसीमा का पालन नहीं हो पाएगा।”

फ्रांस कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से जूझ रहा है और यूरोप से सबसे प्रभावित देशों में से एक है। देश में एक लाख 45 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि 28,330 लोगों की मौत हो चुकी है।

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ऐसी आशंकाएं थीं कि राफेल विमानों की आपूर्ति में महामारी के कारण देर हो सकती है।

हालांकि लेनिन ने कहा कि विमानों की आपूर्ति की वास्तविक समयसीमा का अनुपालन किया जाएगा।

राफेल विमान को लेकर मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। मोदी सरकार पर आरोप लगे थे कि यह सौदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को ना मिलकर अनिल अंबानी की नई नवेली डिफेंस को दिलाया गया और कहीं अधिक कीमत पर राफेल विमान की खरीद की गई।