कैसे रखें अपने फोन को सुरक्षित, एमनेस्टी इंटरनेशनल के सिक्योरिटी टिप्स के ज़रिए समझें

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आठ बिंदुओं में सुरक्षा उपाय जारी किए हैं, जिससे कोई यूजर अपने फोन को सुरक्षित रख सकता है

Updated: Jul 20, 2021, 07:38 PM IST

Photo Courtesy : Computer World
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नई दिल्ली। जैसे जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे ही यूजर के लिए फोन में मौजूद अपने डेटा को सुरक्षित रखना भी मुश्किल हो गया है। फोन को किसी भी मालवेयर या बाहरी आक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए एमनेस्टी इंटरनेशनल के डिजिटल सिक्योरिटी टिप्स का पालन किया जा सकता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसके लिए आठ बिंदुओं में सुझाव दिए हैं। इन आठ बिंदुओं  का पालन कर कोई यूजर अपने फोन को पहले से अधिक सुरक्षित रख सकता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा सुझाए गए उपायों में फोन को अपडेट करने से लेकर मज़बूत स्क्रीनलॉक और फोन में पासवर्ड मैनेजर तक रखने की सलाह दी गई है।  

-अपडेट्स को नज़रअंदाज न करें 

अक्सर हम अपने फोन को समय पर अपडेट नहीं कर पाते। अपडेट करने के लिए लगने वाले डेटा के चलते ज़्यादातर यूजर समय पर अपने फोन को अपडेट नहीं करते हैं। एमनेस्टी द्वारा सुझाए गए उपाय में कहा गया है कि फोन, लैपटॉप और उनमें मौजूद विभिन्न ऐप को नियमित अंतराल पर अपडेट करते रहने से फोन और लैपटॉप अधिक सुरक्षित रहता है।  

- पासवर्ड मैनेजर का करें उपयोग 

फोन को बाहरी आक्रमण से बचाने के लिए पसववर्ड मैनेजर के इस्तेमाल की भी बात कही गई है। पासवर्ड मैनेजर ऐसे पासवर्ड जेनरेट करता है जिसका अनुमान लगाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही पासवर्ड मैनेजर, पासवर्ड को भी एन्क्रिप्टेड फॉर्म में स्टोर कर पाता है।   

- टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का करें उपयोग 

टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन यूजर को दी गई एक सुविधा होती है। जिसके मुताबिक अगर किसी यूजर के अकाउंट को उसके अपने  फोन के अलावा किसी दूसरे डिवाइस में लोग इन का प्रयास किया जाता है, तो लोग इन से पहले उस अकाउंट से संबंधित यूजर के फोन में ओटीपी भेजा जाता है। फोन में आए ओटीपी को डालने के बाद ही उस अकाउंट को लोग इन किया जा सकता है। यह सुविधा गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सभी सोशल मीडिया अकाउंट के लिए उपलब्ध हैं, जिन्हें एक से ज़्यादा डिवाइस में लोग इन किया जा सकता है।  

- उपयोग में न लाए जाने वाले अकाउंट करें डिलीट 

फोन को किसी बाहरी आक्रमण से बचाने के लिए यह ज़रूरी है कि हम उन एकाउंट्स को डिलीट कर दें, जिनका हम उपयोग नहीं करते या न के बराबर करते हैं। अमूमन हम किसी प्लेटफॉर्म पर अपना अकाउंट बना तो लेते हैं,लेकिन किसी कारणवश हम उनका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। एमनेस्टी ने ऐसे एकाउंट्स को डिलीट कर देने की हिदायत दी है। इसके साथ ही अपने फेसबुक और गूगल की प्राइवेसी पॉलिसी को लगातार रिव्यु करते रहना भी ज़रूरी है। 

- फोन में लगाएं कठिन स्क्रीन लॉक 

अक्सर हम अपने फोन में कमज़ोर या आसान स्क्रीन लॉक लगाना ज़्यादा पसंद करते हैं। इसके पीछे वजह यह होती है कि छोटा स्क्रीन लॉक रहने से फोन को खोलने में समय लगता है। लेकिन कठिन स्क्रीन लॉक लगाने से आप अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक किसी भी यूजर को अपने फोन में आठ अंकों का पिन लगाना चाहिए। इसके साथ ही यूजर को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि अगर उसका फोन गुम हो जाता है, तो ऐसी परिस्थिति में फोन में मौजूद तमाम एकाउंट्स को रिकवर किया जा सके। इसके लिए तमाम एकाउंट्स को एक ऐसे रिकवरी मेल से या फोन नंबर से लिंक किया जा सकता है, जो आपके स्मार्टफोन में न हो।  

- VPN ऐप का करें इस्तेमाल 

वीपीएन का इस्तेमाल कर अपने फोन को सुरक्षित रखा जा सकता है। सार्वजनिक जगहों पर वाई फाई का इस्तेमाल करने की परिस्थिति में वीपीएन आपकी तमाम ऑनलाइन एक्टिविटीज को सुरक्षित रखता है।  

- ऐप का चुनाव सोच समझकर करें 

कई मर्तबा हम ऐसे ऐप को इनस्टॉल कर लेते हैं, जिनका उद्येश्य सिर्फ आपकी कांटेक्ट लिस्ट और लोकेशन ट्रेस करना होता है। इसके साथ ही हम कई बार तो ऐप्स किसी दूसरी जगह से ही इनस्टॉल कर लेते हैं। ऐसा कर के हम अपने फोन की सुरक्षा को खतरे में डाल देते हैं। इससे बचने के लिए हमें ऐप्स को ऑफिशियल ऐप स्टोर से ही अपने फोन में डाउनलोड करना चाहिए।  

- कुछ भी क्लिक करने से पहले एक बार सोच लें 

अक्सर इंटरनेट पर हमारे सामने कई तरह के लिंक्स आते हैं। लिहाजा किसी भी एसएसमएस, ईमेल अटैचमेंट या लिंक को क्लिक करने से पहले एक बार ज़रूर सोच लें क्योंकि हो सकता है कि उसमें कोई मालवेयर हो।