कोरोना के नए ब्रिटिश म्यूटेशन का भारत में कोई मामला नहीं, घबराएं नहीं सतर्क रहें

कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर विशेषज्ञों ने कहा, सुपर स्प्रेडर तो है लेकिन मौत या अस्पताल में भर्ती होने का खतरा नहीं बढ़ाता

Updated: Dec 23, 2020, 01:14 AM IST

Photo Courtesy: ISGlobal
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दिल्ली। ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि अब तक देश में इसका कोई केस नहीं मिला है। इस बारे में नीति आयोग के डॉक्टर वीके पॉल ने मंगलवार को बताया कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी तेजी फैलता है, लेकिन इस म्यूटेशन से कोरोना केसेस की गंभीरता और फैटेलिटी पर कोई असर नहीं होगा।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में किसी तरह की चिंता नहीं करें। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने और चिंता करने की नहीं। डाक्टर वीके पॉल ने कहा कि बच्चों को टीके की जरूरत फिलहाल नहीं है। हम देश में इस तरह के वायरस का पता लगाने का काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वायरस में लगातार म्यूटेशन की प्रक्रिया होती रहती है। वायरस अपने गुण बदलता रहता है। इसकी वजह से ज्यादातर वेरिएंट खुद ही समाप्त हो जाते हैं। पर कई बार वह पहले से कई गुना ज्यादा ताकतवर और खतरनाक हो जाता है। अब साइंटिस्ट अनुमान लगा रहे हैं कि कोरोनावायरस का नया म्यूटेशन ब्रिटेन में मिला है वह पहले से 70% ज्यादा खतरनाक हो सकता है। यह एक ‘सुपर स्प्रेडर’ है लेकिन इससे मरीज की मौत, या अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर होने का खतरा नहीं बढ़ता है।