सहजन है संजीवनी, मिनरल्स, प्रोटीन, कैल्शियम से है भरपूर, दिल, दिमाग की सेहत रखेगा दुरुस्त

सहजन में 300 से ज्यादा बीमारियों को ठीक करने की होती है क्षमता, इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन्स, 46 एंटी ऑक्सीडेंट, 36 तरह के पेनकिलर्स समेत 18 तरह के एमिनो एसिड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, इसे आयुर्वेद में अमृत की उपमा दी गई है।

Updated: May 22, 2021, 05:51 AM IST

Photo courtesy: Times of India
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सहजन को देश के अलग-अलग इलाकों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। यह मोरिंगा, सूरजन की फली और मुनगा और ड्रम स्टिक के नाम से फेमस है। मुनगा खाने में टेस्टी है, हेल्थ के लिए उतना ही फायदेमंद है। इसमें कई तरह के मिनरल्स मौजूद होते हैं। जो शरीर के विकास के साथ-साथ अच्छी सेहत के लिए कारगर होते हैं। सहजन में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही पोटैशियम, जिंक, मैग्नीशियम, आयरन, जैसे कई मिनरल्स इसमें प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। ये शरीर में होने वाले दर्द से छुटकारा दिलाने में कारगऱ होते हैं। वहीं ये हमारे शरीर को फिट रखते हैं। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी लाभदायक है।

मुनगा याने सहजन के फल और फूल का स्वाद बेमिसाल होता है। ये सेहत का खजाना है। इनके नियमित उपयोग से थकान और कमज़ोरी दूर होती है। यह महिलाओं और बच्चों के लिए भी फायदेमंद होता है। इसे आयुर्वेद में अमृत की उपमा दी गई है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सहजन में 92 तरह के मल्टीविटामिन्स, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट और  36 तरह के दर्द निवारक समेत 18 तरह के एमिनो एसिड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।कहा जाता है कि सौ ग्राम सहजने की पत्तियों में पांच ग्लास दूध के बराबर कैल्शियम पाया जाता है। वहीं नींबू से 5 गुना ज्यादा विटामिन सी इसमें मौजूद होता है।  

इसकी फलियां, फूल और पत्तियों का खाने में उपयोग किया जाता है। इसे लोग कई तरह से उपयोग करते हैं, इसकी फलियों की सब्जी, सूप और कढ़ी बनाई जाती है। सहजन ब्लड शुगर कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसलिए यह डायबिटिक पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है। आयुर्वेद में अमृत कहे जाने वाले सहजन में 300 से ज्यादा बीमारियों को ठीक करने की क्षमता होती है। आयुर्वेद के जानकारों का कहना है कि इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मिलते हैं। इसकी पत्तियों में पाया जाने वाला विटामिन-सी ब्लड प्रेशर कम करता है। इसे वेट कंट्रोल करने में भी मददगार माना जाता है।

सहजन के फूल की चाय पीने से यूरिन इंफेक्शन की समस्या दूर होती है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करती है। इसके फूलों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट बेहद लाभदायक होते हैं। डाइजेशन ठीक होता है।

इसकी पत्तियां बैड कोलेस्ट्रॉल का प्रभाव कम करती हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसमें पाये जाने वाले मिनरल्स याददाश्त तेज करने का काम बखूबी करते हैं। पत्तियों में पाया जाने वाला पोटेशियम बीपी कंट्रोल का काम करता है।

सहजन की फली के उपयोग से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है। इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम साइटिका, गठिया की बीमारी में फायदेमंद होता है। यह आसानी से पच जाने वाली सब्जी है। इससे लि‍वर फंक्शन अच्छा रहता है। पेट दर्द, गैस और कब्ज़ को दूर करता है।आंखों की रोशनी तेज करने के लिए इसकी पत्तियों और फूल की सब्जी या सूप का उपयोग करना चाहिए। सहजन की सब्जी और सहजन का सूप पथरी के इलाज में भी कारगर होता है, इसके नियमित उपयोग से पथरी पिघल कर निकल जाती है।