‘दोस्त’ दिखा रहे आंखें, कहा- क्लोरोक्वीन नहीं तो कड़ा जवाब
भारत आ कर दोस्ती दिखलाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप धमकाने वाली भाषा में बात कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा है कि अगर भारत क्लोरोक्वीन की सप्लाई शुरू नहीं करता, तो उसका जवाब देते।

नई दिल्ली। भारत आ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोस्ती दिखलाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब धमकाने वाली भाषा में बात कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा है कि अगर भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई शुरू नहीं करता, तो वह उसका जवाब देते।
अमेरिका में इस वक्त कोरोना वायरस का कहर सबसे अधिक दिख रहा है। कोरोना वायरस के कहर का शिकार हो रहे अमेरिका ने मुश्किल वक्त में भारत से मदद मांगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीते दिनों फोन पर बात की और कोरोना वायरस पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने एक दवाई की सप्लाई फिर शुरू करने को कहा था, लेकिन अब दो दिन के बाद ट्रंप ने कहा है कि अगर भारत ये मदद नहीं करता तो फिर उसका करारा जवाब दिया जाता।
I spoke to him (PM Modi), Sunday morning & I said we appreciate it that you are allowing our supply (of Hydroxychloroquine) to come out, if he doesn't allow it to come out, that would be okay, but of course, there may be retaliation, why wouldn't there be?: US Pres Donald Trump pic.twitter.com/kntAqATp4J
— ANI (@ANI) April 6, 2020
मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘रविवार की सुबह मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी, मैंने उनसे कहा था कि अगर आप हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई को शुरू करते हैं, तो काफी अच्छा होगा। लेकिन अगर वो ऐसा नहीं करते तो कुछ नहीं होता, तो उसका करारा जवाब दिया जाता। आखिर कड़ा जवाब क्यों नहीं दिया जाएगा?’
ट्रम्प के ये सुर अचानक बदले हैं। रविवार को जब डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी की बातचीत हुई थी, तब ट्रंप ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ मिलने पर आभार जताया था। व्हाइट हाउस में उन्होंने बयान दिया था कि अगर भारत दवाई की सप्लाई करता है, तो वह काफी अच्छा होगा, हम उनका धन्यवाद करते हैं लेकिन अब दो दिन के अंदर ही ट्रंप पूरी तरह से बदल गए और धमकी देने के अंदाज में आ गए।
गौरतलब है कि भारत बड़े पैमाने पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का उत्पादन करता है। कोरोना वायरस के उपचार में एक सफल दवा होने की आस में, अमेरिका पहले ही लगभग 29 मिलियन खुराक का स्टॉक कर चुका है। इसी संदर्भ में ट्रंप ने मोदी से अनुरोध किया है कि वह अमेरिका के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की लाखों खुराक रिलीज कर दें।