जल्द ही पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा भारत, BRICS बिजनेस फोरम में बोले पीएम मोदी

पिछले कुछ वर्षों में मिशन-मोड में किए गए सुधारों ने भारत में कारोबार सुगमता की स्थिति को बेहतर बनाया है। देश ने आपदाओं और कठिनाइयों को आर्थिक सुधार के अवसरों में बदल दिया है: पीएम मोदी

Updated: Aug 23, 2023, 08:43 AM IST

जोहान्सबर्ग। प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स समूह के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में BRICS बिजनेस फोरम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा।
ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका की सदस्यता वाले समूह ब्रिक्स का यह वर्ष 2019 के बाद पहला ऐसा सम्मेलन है, जिसमें सभी नेता व्यक्तिगत रूप से शामिल हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में मंगलवार को कहा कि भारत जल्द ही पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा और इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत आने वाले वर्षों में पूरी दुनिया की वृद्धि का इंजन बनेगा। प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मिशन-मोड में किए गए सुधारों ने भारत में कारोबार सुगमता की स्थिति को बेहतर बनाया है। देश ने आपदाओं और कठिनाइयों को आर्थिक सुधार के अवसरों में बदल दिया है।

पीएम मोदी ने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान समेत अन्य सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि भारत अब लालफीताशाही को हटाकर लाल कालीन बिछा रहा है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पीएम ने कहा कि उनकी सरकार एक नए भारत की नींव रख रही है। यूपीआई मंच का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि भारत में हर जगह UPI का उपयोग किया जा रहा है। सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन भारत में होता है। उन्होंने कहा कि भारत में रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल तक में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

पीएम ने आगे कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। पिछले 9 सालों में, लोगों की आय लगभग दोगुनी हो गई है। पीएम ने कहा कि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर भारत ने वित्तीय समावेशन की ओर एक बड़ा कदम उठाया है और ग्रामीण महिलाओं को इससे सबसे ज्यादा फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि 360 अरब डॉलर से अधिक प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) हुआ है जिससे सेवा आपूर्ति में पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार और बिचौलिए कम हुए।

इसके आगे पीएम ने कहा कि भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। देश में खुल रहे निवेश के नए अवसरों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हुई है। रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया गया है।