पाकिस्तान के सियासी घमासान पर भारत का जवाब, हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे भारत का आंतरिक मामला करार दिया है

Publish: Apr 08, 2022, 03:03 AM IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान में मचे सियासी घमासान पर भारत की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। पाकिस्तान के सियासी उथल पुथल पर भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान के मौजूदा सियासी हालात पर भारत सरकार की नज़र बनी हुई है। हालांकि भारत ने इसे पाकिस्तान का आंतरिक मामला भी करार दिया है। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि यह पाकिस्तान का आंतरिक मामला है। हम इस पर कोई जवाब नहीं देना चाहते। लेकिन पाकिस्तान के सियासी घटनाक्रम पर हमारी नज़र बनी हुई है। 

9 अप्रैल को पाकिस्तान में होगी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग 

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव को ख़ारिज करने के फैसले को रद्द कर दिया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने इमरान ख़ान सरकार के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को ख़ारिज करने के फैसले को रद्द करते हुए असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करने का फरमान सुनाया। 9 अप्रैल को पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। 

दरअसल पाकिस्तान में विपक्ष इमरान ख़ान सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था। लेकिन डिप्टी स्पीकर ने इसे आर्टिकल 5 के तहत खारिज कर दिया। जिसके बाद इमरान खान ने राष्ट्रपति से संसद भंग करने की सिफारिश भी कर दी थी। राष्ट्रपति ने संसद भी भंग कर दी थी और पाकिस्तान में चुनावों से पहले केयरटेकर सरकार बनाने की कवायद भी शुरू हो गई थी। 

यह भी पढ़ें : इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज, संसद भंग, 90 दिन में फिर से चुनाव

लेकिन इसी बीच विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान सरकार के विरुद्ध अपना फैसला सुनाया। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता व पूर्व पीएम बेनज़ीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी ने इसे लोकतंत्र की जीत करार दिया। बिलावल भुट्टो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लोकतंत्र ही सबसे बढ़िया बदला है। उन्होंने पाकिस्तान की आवाम से अपील करते हुए कहा कि रमज़ान के महीने में पाकिस्तान की जम्हूरियत की जीत हुई है। इसलिए आवाम को इस जम्हूरियत का जश्न मनाना चाहिए।