डोनाल्ड ट्रंप का बतौर राष्ट्रपति आज आखिरी दिन, बाइडेन की आंखों में दिखे आंसू

अमेरिका के इतिहास में सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं जो बाइडेन, शपथग्रहण के बाद राष्ट्र के नाम देंगे पहला संबोधन, भारतीय मूल के विनय रेड्डी स्पीच तैयार करने में जुटे

Updated: Jan 20, 2021, 11:04 AM IST

Photo Courtesy : The Atlantic
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वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप का आज आखिरी दिन है। अब से कुछ घंटे बाद व्हाइट हाउस से ट्रंप की आधिकारिक तौर पर विदाई हो जाएगी और अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन कार्यभार संभाल लेंगे। विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होने वाला है ऐसे में पूरे विश्व की नजरें अमेरिका की ओर टिकी हुईं हैं।

ट्रंप कैसे गुजार रहे हैं अपने कार्यकाल के आखिरी पल

बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आखिरी वक्त काफी विवादों से भरा रहा। चुनाव में हार स्वीकार न करने से लेकर बाइडेन के शपथग्रहण का बहिष्कार करने और फिर अपने समर्थकों को उकसा कर अमेरिकी संसद पर हमला करवाने तक, ट्रंप ने कई ऐसे काम किए, जो अमेरिकी इतिहास के सबसे विवादित राष्ट्रपति का तमगा दिलवाने के लिए काफी है। अमेरिकी संसद के निचने सदन हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव में दो बार महाभियोग प्रस्ताव भी ट्रंप के अलावा किसी और राष्ट्रपति के खिलाफ पारित नहीं हुआ। 

बतौर राष्ट्रपति ट्रंप का आखिरी दिन भी इन विवादों की फेहरिस्त में कुछ और इजाफा करने वाला साबित हो सकता है। बताया जा रहा है कि ट्रंप ने गद्दी छोड़ने से पहले अपने पूर्व वफादार स्टीव बैनन को क्षमादान दे दिया है। इसके अलावा उन्होंने 72 अन्य लोगों के अपराध भी माफ करने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि ट्रंप ये क्षमादान इसलिए दे रहे हैं, ताकि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद लोग उनकी मदद करें। ट्रंप के इन फैसलों पर राजनीतिक विवाद होना तय है। लेकिन मीडिया में सूत्रों के हवाले से ये खबर भी आ रही है कि ट्रंप आज खुद को क्षमादान देने का फैसला भी कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह ट्रंप के कार्यकाल का एक और बड़ा विवाद बन सकता है। दरअसल अमेरिकी संसद पर हुए हमले के मामले में ट्रंप पर कार्रवाई किए जाने के आसार हैं। माना जा रहा है कि खुद को ऐसी किसी परेशानी से बचाने के लिए ट्रंप राष्ट्रपति रहते खुद को क्षमादान दे सकते हैं। हालांकि जानकारों का मानना है कि ऐसा करना न्याय के प्राकृतिक सिद्धांतों के खिलाफ होगा, जिसके तहत किसी भी व्यक्ति खुद अपने ऊपर लगे आरोप पर फैसला देने का अधिकार नहीं हो सकता। 

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हालांकि ट्रंप ने जो बाइडेन और कमला हैरिस के शपथग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने का एलान किया है, लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति होने के नाते वे कार्यक्रम की सुरक्षा से जुड़ी सीक्रेट सर्विस की ब्रीफिंग ले रहे हैं। इसके अलावा ट्रंप ने अपना संक्षिप्त विदाई भाषण भी दे दिया है, जिसमें उन्होंने आने वाले प्रशासन को पहली बार बधाई दी है।

जो बाइडेन की आंखों में आंसू

उधर दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से पहले जो बाइडेन की आंखों में आंसू नज़र आए। वे अपने गृहनगर विलमिंगटन, डेलवायर से वाशिंगटन जाने के लिए उड़ान भरने से पहले एक विदाई समारोह में बेहद भावुक नजर आए। 78 वर्षीय बाइडेन ने अपने दिवंगत बेटे को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वह फूटकर रोने लगे।

हालांकि, बाइडेन ने तुरंत संभलते हुए कहा, 'मेरी भावनाओं को माफ कीजिएगा, लेकिन जब मैं मरूंगा तो मेरे दिल पर डेलवायर लिखा होगा। मुझे सिर्फ एक बात का पछतावा रह जाएगा कि मेरे बेटा यहां नहीं है, क्योंकि वह मुझे राष्ट्रपति के रूप में देखना और इंट्रोड्यूस करना चाहता था। 

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जो बाइडन आज अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। उनके साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। वे अमेरिका की पहली महिला उप-राष्ट्रपति होंगी। इस बार नए राष्ट्रपति के ओहदा संभालने के मौके पर होने वाले कार्यक्रम में हर बार की तरह भीड़ नहीं जुटेगी। अमेरिका में इसे इनॉगरेशन यानी उद्घाटन कार्यक्रम कहते हैं। इस बार यह कार्यक्रम ऑनलाइन रखा गया है। इनॉगरेशन में जो बाइडेन अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर अपना पहला भाषण भी देंगे। खास बात यह है कि बाइडेन के इस एतिहासिक भाषण को भारतीय मूल के विनय रेड्डी ने तैयार किया है, जो एकता और सौहार्द पर आधारित होगा।