बैतूल: रेलवे ट्रैक के किनारे मिला 10 महीने के बाघ का शव, टाइगर स्टेट में दस दिनों में हुई तीन बाघों की मौत

मध्यप्रदेश के बैतूल में ट्रेन से कटकर बाघ की मौत, बैतूल के भौंरा फारेस्ट रेंज के पास रेलवे ट्रैक के किनारे मिला शव, इससे पहले बुदनी और रातापानी में मिले थे बाघों के शव

Updated: May 11, 2021, 12:58 PM IST

Photo courtesy: Bhaskar
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बैतूल। मंगलवार को बैतूल के भौंरा फारेस्ट रेंज में ट्रेन से कटकर बाघ की मौत हो गई। बाघ नागपुर-इटारसी रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आया था। यह बाघ 10 महीने का था, इसके ट्रेन से कटने की खबर रेलवे के ट्रैकमैन द्वारा वन अमले को दी गई। जिसके बाद बैतूल सीसीएम मोहन मीना, डीएफओ अपनी टीम के साथ पहुंचे और घटना स्थल का मुआयना किया। वन अमले ने बाघ की पंचनामा बनाकर बाघिन शावक को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, पोस्टमार्टम के बाद नियमानुसार बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश में बाघों की मौत के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मध्यप्रदेश में 10 दिनों में यह तीसरा मौका है जब किसी बाघ की मौत हुई है। रेलवे ट्रैक के पास ट्रेन से कटकर बाघ की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। यह इलाका उत्तर वनमंडल के भौंरा रेंज का है। वन विभाग के कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार भौंरा रेंज में नागपुर-इटारसी रेलवे ट्रैक पर खंबा नंबर 7919 के पास हादसा हुआ था। बाघ शावक यहीं पर रास्ता पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आ गया था। बाघ के कटने की खबर रेलवे के ट्रैकमैन ने वन विभाग को दी। 

गौरतलब है कि पिछले दस दिनों में टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में तीन बाघों की मौत हुई है। भोपाल और होशंगाबाद संभाग में बाघों की मौत हुई थी। 2 मई को रातापानी सेंचुरी में मिडघाट के पास ट्रेन से कटकर 10 महीने की बाघीन की मौत हुई थी। वहीं 5 मई को बुदनी के पास जहानपुरा गांव में बाघ का शव मिला था।

अब बैतूल में शावक का शव मिला है। दरअसल मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में बाघ हैं। 2018 की गणना के अनुसार सबसे ज्यादा 526 टाइगर मध्य प्रदेश में हैं। जिसके बाद प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा प्रदान किया गया है। जबकि कर्नाटक में 524 बाघ हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट के साथ-साथ लेपर्ड स्टेट का टाइटल भी मिला है।

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देश का दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के जंगलों में 3421 तेंदुए मिले थे। जिसके बाद उसे लेपर्ड स्टेट का स्टेटस प्रदान किया गया था। तेंदुओं की गिनती ट्रैप कैमरे से हुई थी।