महू में आदिवासी युवती की मौत के बाद थाने पर पथराव, पुलिस फायरिंग में एक युवक की भी मौत

डोंगरगांव पुलिस चौकी के सामने युवती का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे ग्रामीण, हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने की फायरिंग, गोली लगने से एक 18 वर्षीय आदिवासी युवक की मौत

Updated: Mar 16, 2023, 08:59 AM IST

महू। मध्य प्रदेश के महू में एक आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत के बाद बवाल हो गया। यहां गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर पथराव किया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और कई राउंड फायरिंग भी की। पुलिस फायरिंग में एक आदिवासी युवक की मौत हो गई वहीं एक अन्य के पैर में गोली लगी है। पत्थर लगने से बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर समेत 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने आदिवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है।

मामला इंदौर से सटे महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र का है। यहां एक युवती की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने बुधवार शाम को डोंगरगांव चौकी के सामने युवती का शव रखकर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक यहां प्रदर्शन चलता था। इस दौरान पुलिस की टीम ने बलप्रयोग करते हुए ग्रामीणों को खदेड़ा। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर पथराव शुरू कर दिया। खबर है कि इसके बाद पुलिस ने भी सामने से फायरिंग की। 

पुलिस की गोलीबारी में एक 18 वर्षीय आदिवासी युवक भेरूलाल की मौत हो गई। वहीं संजय नामक एक अन्य युवक की पैर में गोली लगी है। करीब एक घंटे तक मचे बवाल के बाद फिलहाल हालात काबू में है। परिजन युवती का शव को लेकर चले गए हैं। मौके पर 100 से अधिक पुलिसबल को तैनात किया गया है। करीब चार थानों की पुलिस डोंगरगांव चौकी पर मौजूद है। खबर है कि ग्रामीणों की ओर से हुए पथराव में बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर समेत 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। 

विपक्षी दल कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने आदिवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मामले की जाँच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। जाँच दल में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, वरिष्ठ नेता बाला बच्चन, पाचीलाल मेडा एवं झूमा सोलंकी शामिल हैं। जाँच दल आज सुबह ही घटना स्थल के लिये रवाना हो चुका है।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया, "इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूँ, व्यथित हूँ और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूँ।आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।"

दरअसल, धामनोद क्षेत्र में रहने वाली युवती की बडगोंदा थाना क्षेत्र में संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। मृतक युवती के परिजनों ने आरोप लगाया कि पाटीदार समाज के दबंगों ने युवती का गैंगरेप कर हत्या की है। शिकायत के बावजूद पुलिस ने हमारी रिपोर्ट भी नहीं लिखी। वहीं पुलिस का कहना है कि युवती की मौत करंट लगने से हुई थी। इसी बात को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण माहौल है।