भाजपा विधायक प्रदीप लारिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, अपनी ही सरकार में घिरे दलित MLA
मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार के रहते पार्टी के ही दलित वर्ग से आने वाले विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ यह गिरफ्तारी वारंट जारी होने से राजनीतिक हलकों में चर्चा का दौर चल पड़ा है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक अपनी ही सरकार में घिर गए हैं। सागर जिले की नरयावली क्षेत्र से विधायक के खिलाफ भोपाल की एमपी एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। वारंट जारी होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
मामला अक्टूबर 2018 का सागर जिले की नरयावली विधानसभा क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि नरयावली में आशीष जैन नामक एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी। हत्याकांड से आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम और पथराव की घटना को अंजाम दिया था। इसमें भाजपा विधायक प्रदीप लारिया भी शामिल थे। तब लारिया समेत छह अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई। इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था। सागर में दर्ज हुआ यह मामला बाद में भोपाल की विशेष अदालत में ट्रांसफर हो गया था।
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इसी मामले में न्यायालय में उपस्थित नहीं होने के कारण भाजपा विधायक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई की तारीख 25 मई को तय की गई है। मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार के रहते पार्टी के ही दलित वर्ग से आने वाले विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ यह गिरफ्तारी वारंट जारी होने से राजनीतिक हलकों में चर्चा का दौर चल पड़ा है।
दरअसल, सरकार रहते अन्य नेताओं के विरुद्ध लगे राजनीतिक मामले वापस ले लिए जाते हैं। भाजपा के कई नेताओं के विरुद्ध सरकार केस वापस ले चुकी है। लेकिन विधायक प्रदीप लारिया के मामले में ऐसा नहीं हुआ। यह पहला मामला है जब किसी दलित वर्ग के विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ मामूली केस में गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है।