गुना में आदिवासी महिला सरपंच पर जानलेवा हमला, दबंगों ने की बंधक बनाने की कोशिश

महिला सरपंच गांव में निर्माण कार्य का मुआयना करने पहुंची थी, तभी गांव के दबंगों ने उस पर हमला कर दिया। इस दौरान दबंगों ने महिला सरपंच को बधंक बनाने की भी कोशिश की।

Updated: Jul 01, 2023, 01:08 PM IST

गुना। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में आदिवासियों के साथ होने वाले अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। प्रदेश के गुना जिले में आदिवासी समाज की महिला का सरपंच के साथ मारपीट का शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां दबंगों ने न सिर्फ महिला सरपंच पर हमला किया, बल्की उन्हें बंधक बनाने की कोशिश भी की।

मामला गुना जिले के कैंट थाना क्षेत्र के करोद गांव का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां आदिवासी महिला को सरपंच चुना जाना गांव के दंबगों को इतना नागवार गुजरा कि तीन महीने में उस पर दूसरी बार हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि महिला सरपंच अपने एक साथी के साथ गांव में निर्माण कार्य का मुआयना करने पहुंची थी, तभी गांव के दबंगों ने उस पर हमला कर दिया।

घटना के दौरान महिला सरपंच लक्ष्मीबाई अपने साथी के साथ बाउंड्री वॉल का निरीक्षण करने के लिए गांव पहुंची थी। इसी दौरान गांव के दबंगों ने उस पर हमला कर दिया। तीन महीने पहले भी उस पर हमला किया गया था। इसी लड़ाई झगड़े के कारण गांव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक अब तक मनरेगा के तहत एक भी सरकारी काम पूरा नहीं हो पाया है।

स्थानीय लोग बताते हैं कि गांव के दबंगों का कहना है कि महिला सरपंच 1 लाख रुपये लेकर अपने घर बैठे। गांव में विकास कार्य की ठेकेदारी वे खुद करेंगे। बता दें कि ग्राम पंचायत करोद में लक्ष्मीबाई निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुई है। दरअसल, यहां सरपंच का पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित था। गांव में केवल एक ही महिला अनुसूचित जाति की थी जिसे निर्विरोध सरपंच चुना गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गांव के ही एक दबंग परिवार द्वारा महिला को करोद लाकर चुनाव लड़वाया गया था। चूंकि गांव में कोई भी अनुसूचित जनजाति की दूसरी महिला नहीं थी। इसलिए लक्ष्मीबाई का जीतना तय था। लेकिन चुनाव जीतने के बाद लक्ष्मीबाई स्वतंत्र होकर कार्य करना चाहती थीं। इसी बात को लेकर दबंगों को आपत्ति है।

पीड़ित सरपंच ने गांव के ही रविन्द्र कुशवाह, हेमराज धाकड़, रणवीर, दिलीप पर मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। इस मामले में अब पुलिस अधिकारी जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।