भोपाल: MANIT की छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा, घटिया खाने को लेकर धरने पर बैठीं 300 छात्राएं

अव्यवस्थाओं के खिलाफ मैनिट की छात्राओं का भड़का गुस्सा, देर रात धरने पर बैठीं करीब 300 छात्राएं, घटिया खाने को लेकर विरोध प्रदर्शन

Updated: Apr 05, 2022, 03:37 AM IST

भोपाल। भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) की छात्राओं ने एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार देर रात यहां करीब 300 छात्राओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्राएं घटिया खाना और होस्टल में कुव्यवस्थाओं को लेकर प्रदर्शन कर रहीं थीं। मैनेजमेंट के आश्वासन के बाद देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे छात्राओं का प्रदर्शन खत्म हुआ।

जानकारी के मुताबिक बीटेक की करीब 300 छात्राएं सोमवार रात 9 धरने पर बैठ गईं। छात्राओं का गुस्सा देख मैनेजमेंट के भी हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में वरीय अधिकारियों ने छात्राओं से बातचीत कर दो दिनों के भीतर सभी समस्याओं का निपटारा करने का आश्वासन दिया। छात्राओं ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि दो दिनों में समस्याओं का कोई हल नहीं निकलता है तो वे फिर आंदोलन शुरू करेंगी।

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प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना था की उन्हें मेंस में घटिया खाना मिल रहा है। नियमों का हवाला देकर उनका बाहर जाना भी बंद कर दिया गया है। रात 10 बजे के बाद हॉस्टल में एंट्री नहीं मिलती है। 10-15 मिनट भी ले्ट होने पर मेस में रात गुजारना पड़ता है। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने मेस में खाने के लिए 12 हजार रुपए दिए हैं। जो खाना उन्हें दिया गया है, वह खाने योग्य नहीं है। गंदे बर्तनों में भी खाना परोसा जाता है। बर्तनों पर साबुन के निशान बने रहते हैं।

हॉस्टल नंबर 12 की छात्राओं ने बताया कि उनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। इस दौर में जब इंटरनेट कनेक्शन के बिना कुछ भी संभव नहीं है। उन्हें वाई-फाई प्रदान नहीं किया जाता है। छात्राओं को हॉस्टल के बगीचे में घूमने की भी अनुमति नहीं है, क्योंकि हॉस्टल के भीतर मैनेजमेंट की ओर से सिक्योरिटी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने वाॅशरूम में भी नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होने का आरोप लगाया।

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बता दें कि पिछले हफ्ते ही MANIT में रैगिंग का मामला सामने आया था। MANIT में फर्स्ट और सेकंड ईयर स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया की सीनियर्स उन्हें लगातार थप्पड़ मारते हैं, और उन्हें सिगरेट पीने के लिए भी मजबूर किया जाता है। तृतीय वर्ष के छात्र जूनियर्स को कैंपस के बाहर रेस्टोरेंट और कैफे तक में जाने नहीं दे रहे। उन्हें क्लास रूम से लेकर फुटपाथ और हॉस्टल तक में रैगिंग का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में UGC की एंटी रैगिंग कमेटी से गोपनीय शिकायत की गई है। यह शिकायत 31 मार्च को ऑनलाइन की गई थी। जिसके बाद नई दिल्ली से जांच के निर्देश मैनिट की एंटी रैगिंग कमेटी को दिए गए।