भाई ने अनबोला कर दिया, मीडिया के माध्यम से बातें कर रहे हैं, CM शिवराज के बयान पर उमा भारती का पलटवार

मुख्यमंत्री ने बीते दिनों शराबबंदी को लेकर कहा कि अगर लोग पीना छोड़ दें तो शराबबंदी लागू कर देंगे, इसपर उमा भारती ने पलटवार करते हुए कहा कि जब लोग पिएंगे ही नहीं तो वैसे भी दुकानें बंद हो जाएंगी

Updated: Apr 04, 2022, 11:33 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में शराबबंदी के मुद्दे पर सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। बीजेपी के दो कद्दावर नेता एक स्वयं सीएम शिवराज और दूसरी पूर्व सीएम उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। उमा भारती ने सोमवार को सीएम शिवराज से पूछा कि पहले तो हमेशा कॉल करते थे, अब मीडिया के माध्यम से क्यों बात कर रहे हैं?

दरअसल, सीएम चौहान ने शनिवार को उज्जैन में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि, 'शराबबंदी लागू करने से यदि सच में शराब बंद हो जाती तो अबतक इसे लागू कर दिया होता। लेकिन ऐसा होता नहीं है। लोग नशा छोड़ेंगे, तो अपने आप दुकानें बंद हो जाएंगी। आप चिंता मत करो।' सीएम चौहान का यह बयान इशारों में उमा भारती को जवाब के तौर पर देखा जा रहा था, क्योंकि उमा भारती लगातार शराबबंदी को लेकर अभियान चला रही हैं। 

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अब उमा भारती ने चौहान को एक ट्वीट थ्रेड में बिंदुवार जवाब दिया है। पूर्व सीएम ने लिखा कि, 'मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय मेरे बड़े भाई शिवराज सिंह चौहान जी से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान एवं स्नेह के संबंध बने रहे, शिवराज जी ऑफिस जाते समय या मेरे हिमालय प्रवास के समय या मेरे किसी भजन का स्मरण आने पर या तो मुझसे मिलते थे या फोन करते थे। मैंने शिवराज जी से 2 साल हर मुलाकात में शराबबंदी पर बात की है, अब बात बाहर सामने आ गई है तो भाई ने अनबोला क्यों कर दिया है और मीडिया के माध्यम से बात क्यों करने लगे हैं।' 

उन्होंने आगे लिखा कि, 'शिवराज सिंह जी ने परसों कहा है कि लोग शराब पीना बंद कर दें तो मैं शराब की दुकानें बंद कर दूंगा। जब लोग शराब पिएंगे ही नहीं, दुकानें चलेंगी ही नहीं तो वह तो खुद ही बंद हो जाएंगी। अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए तो पुलिस एवं प्रशासन की जिम्मेदारी है, यह तो कानून व्यवस्था का सवाल है। अभी हमें शुरुआत यहां से करना चाहिए। अहातों में शराब परोसने की व्यवस्था हम तुरंत बंद करें। स्कूल, अस्पताल, मंदिर एवं अन्य निषिद्ध स्थानों के पास शराब की दुकानें भी बंद हों। घर-घर शराब पहुंचाने की घिनौनी व्यवस्था तुरंत रुके।' 

उमा भारती ने आगे कहा कि, 'जहां महिलाएं या नागरिक विरोध करें वहां दुकाने ना खोली जाएं, इन्हीं ने तो हमारी सरकार बनाई है। पहले इतना कर लें, फिर जो वैध एवं उचित स्थान पर शराब की दुकानें हों, वहां फोटो के साथ होर्डिंग लगें कि शराब पीने से क्या-क्या नुकसान होते हैं। फिर जागरूकता अभियान चले, जिसमें सभी धर्मों के साधु संत,सामाजिक संस्थाएं तथा मेरे एवं शिवराज जी की तरह सभी दलों के नेता शामिल हों।' 

कांग्रेस ने उमा भारती के सुझावों का समर्थन किया है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, 'उमा भारती का बात सही है कि जब लोग शराब पीना ही बंद कर देंगे तो शराब की दुकानें अपने आप बंद हो जाएगी। उमा जी का कहना है कि उनके शिवराज जी से 84 से लेकर मार्च 22 तक सम्मान व स्नेह के संबंध रहे तो क्या अब उनके शिवराज जी से स्नेह व सम्मान के संबंध नही हैं? क्या शिवराज जी ने अब उमा भारती जी से अनबोला कर दिया है?'