भाजपा विधायकों पर भड़के भोपालवासी, तीन विधानसभा क्षेत्रों में लगाए वोट मांगकर हमें शर्मिंदा न करें के पोस्टर्स

बीजेपी ने भोपाल के हुजूर, गोविंदपुरा और बैरसिया विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायकों को ही टिकट दिया है, वहीं अब रहवासियों ने सड़क, पानी, स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाओं के मुद्दे पर इन्हें वोट नहीं देने का संकल्प लिया है।

Updated: Oct 13, 2023, 04:56 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद प्रदेशभर में भाजपा का विरोध और ज्यादा बढ़ गया है। राजधानी भोपाल के रहवासियों में भी बीजेपी विधायकों के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली है। राजधानी के तीन विधानसभा क्षेत्रों में लोगों ने वोट मांगकर शर्मिंदा न करें के पोस्टर्स लगाए हैं। ये तीनों क्षेत्रों में मौजूदा विधायक भाजपा के ही हैं।

भोपाल के हुजूर, गोविंदपुरा और बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के बहिष्कार तक के पोस्टर-बैनर लगा चुके हैं। भोपालवासी सड़क, पानी, स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाओं के मुद्दे पर भाजपा को वोट नहीं देने का संकल्प ले रहे हैं। कई जगहों पर रहवासी शिवराज सरकार और स्थानीय भाजपा विधायक के विरोध में प्रदर्शन करने के मूड में है।

न्यू चौकसे नगर में 'वोट मांगकर हमें शर्मिंदा न करें'... जैसे पोस्टर लगे हैं। वहीं, कोलार के डीके होम्स में भी इसी तरह के पोस्टर-बैनर लगाए गए हैं। होशंगाबाद रोड स्थित दानिश नगर के कई घरों के बाहर 'नर्मदा जल नहीं तो वोट नहीं' के पोस्टर लगे हैं। लोगों का कहना है कि कॉलोनी वैध है। सभी टैक्स निगम ले रहा है, लेकिन पानी को लेकर परेशानी हैं। कई साल बीतने के बावजूद पानी के उचित प्रबंध निगम या सरकार ने नहीं दिए हैं। इसे लेकर रहवासी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। 

दानिश नगर में 450 से ज्यादा घर हैं। सैकड़ों प्लाॅट भी हैं। बावजूद यहां पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। विधानसभा चुनाव में लोगों ने इसे मुद्दा बना लिया है। यहां के हर घर में 'नर्मदा जल नहीं तो वोट नहीं' और 'न भीख मांग रहे, न दान मांग रहे, हम करता अपना अधिकार मांग रहे'... के पोस्टर और बैनर लगे हुए हैं। यह क्षेत्र गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में आता है जहां से कृष्णा गौर विधायक हैं। 

कॉलोनी की अंशु गुप्ता ने मीडिया को बताया कि दानिश नगर वैध कॉलोनी है, जो सालों से नर्मदा जल के लिए तरस रही है। शासन-प्रशासन द्वारा नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं की ओर ध्यान न दिए जाने से व्यथित होकर अब सभी रहवासियों ने अपने घरों के दरवाजे पर नर्मदा जल संबंधित मांग को लेकर बैनर-पोस्टर लगाए हैं। हम विपक्ष (कांग्रेस) को वोट देंगे।माना जा रहा है कि लोगों का विरोध गौर को इस बार चुनाव भारी पड़ सकता है। 

उधर, वार्ड-81 स्थित डीके हनी होम्स के रहवासियों ने कुछ दिन पहले चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया और पोस्टर-बैनर लगा दिए। इनमें सड़क की जर्जर स्थिति, सीवेज समस्या, स्ट्रीट लाइट के बंद करने आदि मुद्दे लिखे हुए थे। अपनी समस्याओं को लेकर कॉलोनी के लोग सड़क पर भी उतर गए। हालांकि, विरोध होने से नगर निगम के कर्मचारी कॉलोनी में पहुंचे और रहवासियों को समस्याएं दूर करने का भरोसा दिलाया। कोलार स्थित डीके होम्स हुजूर विधानसभा क्षेत्र में आता है और रामेश्वर शर्मा यहां से विधायक हैं और भाजपा ने फिर उन्हें भी उम्मीदवार बनाया है। 

इसके अलावा लांबाखेड़ा स्थित न्यू चौकसे नगर में रहने वाले लोगों ने डेढ़ महीने पहले ही पोस्टर और तख्तियां लगा दी थी। वे सीवेज, स्ट्रीट लाइट, सड़क समेत अन्य सुविधाओं से वंचित हैं। इस कारण उन्होंने चुनाव में मतदान नहीं करने का फैसला लिया। न्यू चौकसे नगर वार्ड नंबर-79 का हिस्सा है, जबकि बैरसिया विधानसभा में आता है। करीब 500 घरों वाले इस इलाके के लोग पिछले सात साल से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। तमाम अफसरों और जन प्रतिनिधियों से शिकायत करने के बाद भी समस्या दूर नहीं हो रही। इसके चलते अब उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा है। यहां से भाजपा के विष्णु खत्री विधायक हैं। अधिकांश लोगों का कहना है कि इस बार कांग्रेस जिसे टिकट देगी उसे वोट दिया जाएगा।