बीजेपी ने अपने दृष्टि पत्र से किसानों को छला है, एक भी वादा पूरा नहीं किया: शिवराज सरकार पर बरसे सचिन यादव

पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवराज सरकार पर साधा निशाना, कहा- 18 साल से बीजेपी सरकार में बैठी है, उन्हें जवाब देना है लेकिन विपक्ष से सवाल पूछे जा रहे हैं।

Updated: Apr 10, 2023, 03:55 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव पूर्व विपक्षी दल कांग्रेस राज्य सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस प्रतिदिन एक नए मुद्दों पर बीजेपी को घेर रही है। इसी क्रम में सोमवार को पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने पीसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवराज सरकार को कठघरे में खड़ा किया। सचिन यादव ने कहा कि बीजेपी किसानों को ठगने का काम कर रही है। पिछले 18 साल से बीजेपी सरकार में बैठी है, उन्हें जवाब देना है लेकिन विपक्ष से सवाल पूछे जा रहे हैं।

सचिन यादव ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी द्वारा जारी किए गए दृष्टि पत्र में किसानों के लिए किए गए वादों और हाल ही में लाए गए शिवराज सरकार के अंतिम बजट में राशि के प्रावधान न करने पर सरकार को घेरा। सचिन यादव ने भाजपा का दृष्टि पत्र दिखाते हुए कहा मैंने इस दृष्टि पत्र को पढ़ा। भाजपा ने किसानों के लिए तमाम तरह के प्रलोभन 2018 के चुनाव के पहले दिए थे। दृष्टि पत्र में किए गए वो सारे वादे खोखले साबित होते हुए दिखाई दे रहे हैं। अगर वो गंभीर होते तो अंतिम बजट में उसकी झलक दिखती।

सचिन यादव ने कहा, 'दृष्टि पत्र में वादा किया गया था कि उच्च गुणवत्ता के बीज किसानों को रियायत दरों पर दिए जाएंगे। लेकिन बजट में हम देखते हैं कि सूरजधारा-अन्नपूर्णा जैसी योजनाओं में बजट का प्रावधान जीरो कर दिया जाता है। भावन्तर भुगतान योजना का पैसा किसानों को मिला नहीं और बजट में प्रावधान मात्र 1 हज़ार रुपये का रखा गया। कहा गया था कि कृषि उपज को मूल्य स्थिरीकरण कोष का गठन किया जाएगा। लेकिन बजट में मात्र एक हजार रूपए का प्रावधान किया। बीजेपी ने अपने दृष्टि पत्र से किसानों को छला है, एक भी वादा पूरा नहीं किया है।'

कांग्रेस नेता ने कोल्ड स्टोरेज बनाए जाने को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बजट में कोल्डस्टोरेज के लिए 3000 रुपए का प्रावधान है। क्या तीन हजार में कोल्डस्टोरेज बनाए जा सकते हैं? पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 15 महीने की सरकार में 27 लाख किसानों के 11 हजार करोड़ रुपए का ऋण माफ किया था। बीजेपी नेताओं ने अपना कर्ज भी माफ करवा लिया, लेकिन जब किसानों की कर्ज माफी की बात आई तो सिर्फ 3 हजार का बजट रखा।

सचिन यादव ने आगे कहा कि, 'पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ। सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें की गई। एक हफ्ते में सर्वे के लिए कहा गया। सरकार बताए कि ओलावृष्टि-अतिवृष्टि से हुए नुकसान का कितने किसानों के खाते में मुआवजे का पैसा पहुंचा है? बीजेपी को पता है कि किसानों के बिना सरकार नहीं बनने वाली इसलिए किसान यात्रा निकाली जा रही है।'