MP By Elections: कमलनाथ की सभा में जाने से रोकने के लिए बंधक बनाया, बीजेपी प्रत्याशी सुमित्रा पर उनके ही ससुर का आरोप

Nepanagar Election: नेपानगर से बीजेपी प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर पर उनके ससुर मोतीराम कास्डेकर ने लगाया होटल में कैद करवाने का आरोप, कांग्रेस बोली सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है बीजेपी

Updated: Oct 21, 2020, 08:02 PM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
Photo Courtesy: Amar Ujala

भोपाल। अपने ही ससुर को बंधक बना लिया, वो भी इसलिए ताकि वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सभा में न जा सकें। ये चौंकाने वाला आरोप लगा है मध्य प्रदेश की नेपानगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार सुमित्रा कास्डेकर पर। सुमित्रा पर ये संगीन आरोप खुद उनके ससुर मोतीराम कास्डेकर ने ही लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है। लेकिन बीजेपी का दावा है कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं।

सुमित्रा कास्डेकर के ससुर मोतीराम कास्डेकर पुराने कांग्रेसी नेता हैं। उनका आरोप है कि सुमित्रा ने उन्हें नेपानगर में हुई कमल नाथ की जनसभा में शामिल नहीं होने दिया। मोतीराम का कहना है कि उन्हें एक होटल में तब तक बंधक बनाकर रखा गया, जब तक कमलनाथ की जनसभा खत्म नहीं हो गई। आपको बता दें कि कमल नाथ 19 अक्टूबर को नेपानगर में कांग्रेस प्रत्याशी रामकिशन पटेल के समर्थन में रैली करने पहुंचे थे।  

मोतीराम कास्डेकर के मुताबिक जब रैली के दिन वे अपने घर से सभास्थल की ओर जा रहे थे, तभी सुमित्रा के कुछ समर्थकों ने उन्हें अपने साथ कमलनाथ की रैली में चलने के लिए कहा। मोतीराम उनके साथ गाड़ी में सवार हो लिए। लेकिन मोतीराम कास्डेकर को सभास्थल की बजाय एक होटल में ले जाया गया, जहां उन्हें रैली खत्म होने तक बंधक बना कर रखा गया।

इस दौरान कमलनाथ की उपस्थिति में मंच से बार बार उनका नाम पुकारा गया, लेकिन मोतीराम तो होटल में कैद थे। इसके बाद कमल नाथ अपनी जनसभा पूरी कर लौट गए तब मोतीराम कास्डेकर को होटल से छोड़ा गया। होटल से भागकर मोतीराम जब सभास्थल पर पहुंचे तब तक कमल नाथ जा चुके थे। वहां मौजूद कांग्रेस नेताओं ने जब मोतीराम कास्डेकर से उनके अनुपस्थित होने का कारण पूछा तब मोतीराम ने कांग्रेस नेताओं को आपबीती बताई।  

पूरे घटनाक्रम के बाद अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है। वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा है कि एक ही परिवार के सदस्यों का अलग अलग राजनीतिक दल में होना कोई नई बात नहीं है।