भाजपा प्रवक्ता ने पूर्व CM दिग्विजय सिंह का कूटरचित वीडियो किया प्रचारित, कांग्रेस ने साइबर क्राइम थाने में की शिकायत

सोशल मीडिया पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का आधा अधूरा वक्तव्य प्रचारित करने का मामला, साइबर थाने में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने की शिकायत, बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेई और मीडिया संस्था पंजाब केसरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

Updated: Feb 02, 2023, 03:13 PM IST

भोपाल। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का कूटरचित वीडियो प्रचारित करने के मामले में एमपी बीजेपी के बड़बोले प्रवक्ता हितेश वाजपेई की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले में हितेश वाजपेई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस मीडिया विभाग की ओर से भोपाल साइबर थाने में लिखित शिकायत दी गई है।

दरअसल, बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेई द्वारा दिग्विजय सिंह का एक कूटरचित वक्तव्य सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया गया है। हैरानी की बात ये है कि मामले की सत्यता जांचे बगैर "पंजाब केसरी" नामक एक मीडिया संस्थान ने इसे साझा कर दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद प्रदेश कांग्रेस मीडिया डिपार्टमेंट हरकत में आई और उन्होंने साइबर क्राइम थाने में बीजेपी प्रवक्ता और पंजाब केसरी के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया संस्थान और आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत कार्यवाही की मांग की है।

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कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर जनता में विद्वेष फैलाने तथा उनकी छवि को धूमिल करने का कुप्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राजधानी के पुलिस थाना साइबर क्राइम ब्रांच से मीडिया संस्थान पंजाब केसरी एवं भाजपा प्रवक्ता डॉक्टर हितेश वाजपेयी के विरूद्ध तत्काल आईपीसी की धारा 295 क, 420, 465, 469, 505 (2), 500 एवं 120-बी भारतीय दंड विधान एवं सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम की धारा 66, 67 व 68 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। 

कांग्रेस डेलिगेशन ने साइबर क्राइम बांच को सौंपे गये ज्ञापन में कहा है कि भाजपा के प्रवक्ता डॉक्टर हितेश वाजपेयी द्वारा अपने अज्ञात साथियों के साथ मिलकर मिथ्या एवं षड्यंत्रकारी वीडियो से कूट रचना कर प्रसारित किया गया है। उक्त वीडियो के माध्यम से यह बताने का कुत्सित प्रयास किया गया है कि दिग्विजय सिंह हिंदू विरोधी व गौमांस खाने की पैरवी कर रहे हैं। वाजपेई के उक्त ट्वीट का उद्देश्य प्रदेश की आम जनता के मध्य दिग्विजय सिंह की छवि धूमिल करना और सामाजिक सद्भाव बिगाड़ना है।

केके मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर हितेश बाजपेई एवं पंजाब केसरी (मप्र-छग) द्वारा प्रचारित वीडियो अधूरा, असत्य एवं भ्रामक जानकारियों से परिपूर्ण होकर षड़यंत्रकारी है। वाजपेई ने जिस मूल वीडियो से छेड़छाड़ की है वह दिनांक 25 दिसंबर 2021 को भोपाल के नर्मदा भवन मे आयोजित जनजागरण यात्रा के एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए भाषण का अंश है। सिंह ने अपने भाषण मे विनायक दामोदर सावरकर की किताब सावरकर समग्र के खंड 7 के प्रष्ठ क्रमांक 433 मे वर्णित अध्याय ‘‘गो- पालन हो, गो-पूजन नहीं’’ का संदर्भ बताकर गाय के संबंध में सावरकर द्वारा लिखी गई बातों का उल्लेख किया था। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत के साथ सावरकर समग्र खंड 7 के कुछ पृष्ठ भी क्राइम ब्रांच को सौंपा हैं। 

दरअसल, असली वीडियो में दिग्विजय सिंह बीजेपी के आदर्श पुरुष सावरकर की किताब का उल्लेख कर उसमें हिंदू और गाय बारे में लिखी बातें बता रहे हैं। दिग्विजय सिंह कहते हैं कि, 'स्वयं सावरकर ने अपनी किताब में लिखा कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व से कोई संबंध नहीं है। सावरकर ने ये भी लिखा है कि गाय ऐसी पशु है जो अपने मल में लेटती है वो कहां से हमारी माता हो सकती है। सावरकर कहा है कि गौ मांस खाने में कोई खराबी नहीं है।'

सिंह वहां मौजूद जनता से पूछते हैं कि ये आपको मालूम है या नहीं मालूम है? इस पूरे वीडियो से साफ है कि कांग्रेस नेता सावरकर द्वारा लिखी बातें लोगों को बता रहे थे। हालांकि, एडिटेड वीडियो में सावरकर और उनकी किताब का उल्लेख हटा दिया गया है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह बात दिग्विजय सिंह कह रहे हैं। यह वीडियो भाजपा नेताओं द्वारा पहले भी प्रचारित किया गया था। तब स्वयं सिंह ने ओरिजिनल विडियो साझा कर ऐसा करने वालों को कार्रवाई की चेतावनी दी थी। हालांकि, चुनाव पूर्व एक बार फिर भाजपा नेताओं ने इसे प्रचारित करना शुरू कर दिया। ऐसे में अब कांग्रेस नेताओं ने साइबर क्राइम थाने में आवेदन देकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।