रामबाई के पति गोविन्द सिंह भिंड से गिरफ्तार, देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड का आरोपी है विधायक पति

गोविंद सिंह पर पुलिस ने 50 हज़ार रुपए का इनाम रखा था, विधायक रामबाई ने हाल ही में अपने पति से सरेंडर करने की गुहार लगाई थी, जिसके बाद गोविन्द सिंह ने अपना एक वीडियो वायरल कर जल्द सरेंडर करने की बात कही है

Updated: Mar 28, 2021, 06:12 AM IST

भिंड/भोपाल। देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामले में फ़रार विधायक पति गोविन्द सिंह आखिरकार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया है। बसपा विधायक रामबाई के पति गोविन्द सिंह को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि एसटीएफ ने अभी तक विधायक पति के गिरफ्तारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसटीएफ आज दोपहर तक गोविन्द सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि कर सकती है। 

विधायक पति को एसटीएफ ने भिंड के बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है। हालांकि गोविन्द सिंह ने शनिवार को अपना एक वीडियो जारी कर कहा था कि वो जल्द ही पुलिस के समक्ष सरेंडर कर देगा। गोविंद सिंह ने अपने वीडियो में खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उसने सरेंडर करने का फैसला अपनी विधायक पत्नी रामबाई की गुहार के बाद लिया है। 

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गोविंद सिंह ने अपने वीडियो में कहा था कि मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं। अभी सुबह के पांच बजे हैं जब मैं ये वीडियो रिकॉर्ड कर रहा हूं। गोविंद सिंह ने कहा था कि सोशल मीडिया पर उसने अपनी पत्नी रामबाई का वीडियो देखा था जिसमें वो उसे सरेंडर करने की गुहार लगा रही है। लिहाज़ा वो जल्द ही पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला है। 

इससे पहले पथरिया सीट से बसपा विधायक रामबाई ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। रामबाई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने पति से कहा था कि आप जहां कहीं भी हो या तो न्यायालय या फिर प्रशासन के समक्ष सरेंडर कर दो। 

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हटा के कांग्रेस नेता देवेन्द्र चौरसिया, महेश चौरसिया और सोमेश चौरसिया पर 15 मार्च 2019 को डामर प्लांट ऑफिस के पास धारदार हथियारों और लोहे के सरिया से हमला किया गया। देवेन्द्र की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि सोमेश और महेश को गंभीर चोटें आईं। सोमेश की शिकायत पर हटा थाने में गोविंद सिंह, चंदू सिंह, गोलू सिंह, लोकेश सिंह के खिलाफ आईपीसी की 302, 323, 324, 392, 506, 120बी, 102 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया। इस मामले में हटा हाई कोर्ट ने गोविन्द सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट तक ने शिवराज सरकार को उसकी कानून व्यवस्था को लेकर जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद पुलिस ने गोविन्द सिंह के ऊपर 50 हज़ार रुपए की इनामी राशि घोषित कर दी थी।