चीन से बनकर आयी शंकराचार्य की मूर्ति का भव्य अनावरण, CM चौहान ने किया अद्वैत लोक का शिलान्यास

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची बहुधातु से निर्मित एकात्मता की मूर्ति का अनावरण किया। 100 टन वजन की इस प्रतिमा के निर्माण में 2100 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुआ है, जिसे लार्सन एंड टूब्रो ने चीन की कंपनी टीक्यू आर्ट फाउंड्री से तैयार कराया है

Updated: Sep 21, 2023, 02:47 PM IST

ओंकारेश्वर। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर स्थापित आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। 108 फीट ऊंची इस प्रतिमा का अनावरण करीब पांच हजार साधु संतों की मौजूदगी में किया गया। इस दौरान सीएम ने अद्वैत धाम की आधारशिला भी रखी।

108 फीट ऊंची और 100 टन वजनी इस प्रतिमा के निर्माण में 2100 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च की गई है। 75 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर स्थापित है। 88% कॉपर, 4% जिंक और 8% टिन को मिलाकर बनाई गई है। इसके 290 पैनल निर्माण कंपनी एलएंडटी (लार्सन एंड टूब्रो) ने चीन की कंपनी टीक्यू आर्ट फाउंड्री से तैयार कराए हैं। हालांकि, सभी 290 हिस्सों को ओंकारेश्वर में लाकर जोड़ा गया है।

एकात्मकता का प्रतीक इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ वननेस का नाम दिया गया है। प्रतिमा में आदि शंकराचार्य जी बाल रूप में नजर आ रहे हैं। मान्यता का है कि 12 साल के उम्र में वे ओंकारेश्वर से वेदांत के प्रचार के लिए निकले थे। प्रतिमा का अनावरण करने के बाद सीएम शिवराज ने इसकी संतों के साथ परिक्रमा भी की।

आदिगुरु शंकराचार्य के लिए श्रृंगेरी शारदा पीठ से 112 फीट की माला लाई गई है। माला 10 हजार रुद्राक्ष से बनी है। सभी पांचमुखी रुद्राक्ष हैं। CM ने कहा, 'आज आधिगुरु फिर पधार गए हैं। उनके चरणों में प्रणाम। उपयुक्त अवसर पर यह माला आदिगुरु को पहनाई जाएगी। अभी सुरक्षित रखते हैं।'

मामले पर सीपीआई नेता जसविंदर सिंह ने कहा कि ये भाजपा का दोहरा चरित्र है कि एक तरफ वे चीनी झालरों के बहिष्कार की बात करते हैं, दूसरी तरफ सरदार पटेल से लेकर आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का निर्माण चीनी कम्पनियों से कराते हैं। जसविंदर सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदेश की जनता में भयंकर एंटी इनकमबेंसी और मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सरकार ये सब कर रही है।