Bhopal Congress Protest: कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ कांग्रेस का प्रदर्शन, राजभवन घेरने पहुंचे हज़ारों कार्यकर्ता
कृषि कानूनों की वापसी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों का साथ देने का कांग्रेस का एलान, भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुवाई में प्रदर्शन

भोपाल। भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले हज़ारों की तादाद में राजभवन के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए हैं। कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस आज राजभवन का घेराव करने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और प्रदेश कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता कांग्रेस के इस प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे।
कांग्रेस ने अपने इस प्रदर्शन के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "कमलनाथ जी के नेतृत्व में राजभवन घेराव, —भोपाल की सड़कों पर उतरा जनसैलाब..!"
कमलनाथ जी के नेतृत्व में राजभवन घेराव,
— MP Congress (@INCMP) January 23, 2021
—भोपाल की सड़कों पर उतरा जनसैलाब..! pic.twitter.com/SM981d7WTv
इससे पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भोपाल में राजभवन के बाहर अपने कार्यकर्ताओं के एकत्रित होने की सूचना देते हुए लिखा, वरिष्ठ नेताओं के पहुँचने के पहले ही हज़ारों की ताक़त में कांग्रेस कार्यकर्ता किसान विरोधी क़ानून वापस लेने के लिये किये जा रहे राजभवन घेराव में पहुँच चुके हैं।
राजभवन घेराव कार्यक्रम:
— MP Congress (@INCMP) January 23, 2021
वरिष्ठ नेताओं के पहुँचने के पहले ही हज़ारों की ताक़त में कांग्रेस कार्यकर्ता किसान विरोधी क़ानून वापस लेने के लिये किये जा रहे राजभवन घेराव में पहुँच चुके हैं।
“जय किसान, जय हिन्दुस्तान” pic.twitter.com/TDV5ReRPwT
उधर जवाहर चौक पर भी भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हो चुके हैं। यहीं से कांग्रेस नेताओं को राजभवन की ओर मार्च करना है।
राजभवन घेराव के लिये तैयार;
— MP Congress (@INCMP) January 23, 2021
—भोपाल के जवाहर चौक पर एकत्रित कांग्रेस कार्यकर्ता।
“जय किसान, जय हिन्दुस्तान” pic.twitter.com/Mt1qukiP2N
कमल नाथ ने भरी हुंकार
राजभवन के घेराव से पहले जवाहर चौक पर कमल नाथ ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कमल नाथ के संबोधन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव, सज्जन सिंह वर्मा और विवेक तन्खा समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता उपस्थित थे। कमल नाथ ने कृषि कानूनों के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा कि आज देश का अनाज के व्यापार के मामले में किसानों के दम पर ही आत्मनिर्भर बना है। कांग्रेस पार्टी ने अनाज का राष्ट्रीयकरण किया था। नहीं तो एक ऐसा समय भी था जब हमें अमेरिका और बाहर के देशों से अनाज मंगाना पड़ता था। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी की वजह से यह सब कुछ संभव हो पाया। बैंकों का राष्ट्रीयकरण और कोयले खदानों का राष्ट्रीयकरण बड़े कदम थे लेकिन सबसे बड़ा कदम अनाजों का राष्ट्रीयकरण था।
दरअसल कांग्रेस ने देश भर में किसानों के समर्थन में आंदोलन करने और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर राजभवन घेरने का एलान किया है। इसी सिलसिले में मध्य प्रदेश कांग्रेस भी पूरे राज्य में किसानों के समर्थन में सम्मेलनों तथा कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र मुरैना में भी भारी जन सैलाब उमड़ा था। लिहाज़ा कांग्रेस का यह प्रदर्शन भी पुरजोर होने के आसार हैं।