शिवराज ने की लक्ष्मण सिंह से नाली चोरी होने की शिकायत

गुना में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी नाली, लोगों ने स्थानीय विधायक से नाली चोरी की शिकायत की, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह बोले जिसने चुराई है, वही बनवाएगा दूसरी नाली

Updated: Jul 03, 2021, 01:54 PM IST

Photo Courtesy: Patrika
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गुना। जिले के चाचौड़ा में सीधी जिले की ही तरह एक अजब वाक्या देखने को मिला, यहां के देदला गांव में शिवराज ने कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह से गांव में नाली चोरी होने की शिकायत की। जिसके बाद कांग्रेस विधायक ने जनपद के जिम्मेदार अफसरों को जल्द से जल्द नाली बनवाने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि नाली का निर्माण वही करवाएगा जिसने नाली चोरी की है।

ग्रामीण शिवराज मीना ने कहा कि साहब, वर्ष 2019 में हमारे गांव में एक नाली स्वीकृत हुई थी। वर्ष 2020 में उसे बनाने के लिए सरकारी पैसा भी बैंक खाते में आया था, जिले खाते से निकाल लिया गया, लेकिन अब तक नाली नजर नहीं आ रही है, लगता है नाली बनने के बाद चोरी हो गई है।

गुना में नाली चोरी की शिकायत सुनकर चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहना है कि जिसने नाली चोरी की है, उसी से नाली का निर्माण करवाया जाएगा। देदला निवासी ग्रामीण शिवराज मीना ने स्थानीय समीक्षा में चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह से नाली चोरी की शिकायत की। शिवराज ने कहा कि 2019 में 23 दिसंबर राशि स्वीकृत हुई थी। यह नाली गांव के निवासी सुरेश कुमार के घर से गांव के श्मशान घाट तक बनने वाली थी, इसके लिए डेढ़ लाख रुपए मंजूर हुए थे। नाली निर्माण कागजों में तो दर्ज है लेकिन धरती से नाली गायब है। नाली निर्माण का पैसा भी पेमेंट किया जा चुका है। लेकिन ग्रामीणों को समस्या जस की तस है।

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नाली चोरी होने की शिकायत सुनते ही कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी उसी  अंदाज में ग्रामीण को भरोसा दिलाया कि जिसने भी नाली चुराई है वही बनवाएगा। बैठक में ही लक्ष्मण सिंह ने इस मामले के जिम्मेदार जनपद पंचायत के अधिकारियों को आगाह किया है कि जल्द से जल्द नाली बनवाई जाए, जिसने भी बिना निर्माण के राशि निकाली हैं कार्य उससे ही करवाया जाए।

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 इस गांव में महिला संरपंच है, उनका नाम संतोष बाई है, लेकिन वे नाम की सरपंच है, काम तो उनके पति पीतम सिंह है, जब गांव में सरपंच ही महज कागजों में है तो निर्माण कार्य मजह कागजों में होना और नालियों का चोरी होने जैसी घटनाओं पर रोक लगाना कठिन काम है। अब देखना होगा की गांव में चोरी हुई नाली कब तक वापस अपनी जगह पहुंचती है, याने कब तक नाली का निर्माण होता है।

इसी तरह का फर्जीवाड़ा सीधी में देखने को मिला था, जहां साल 2017 में सड़क बनाने के लिए 10 लाख रुपए आवंटित हुए थे, उस जगह पर सड़क बिना बनाए ठेकेदारों ने पैसे हड़प लिए। अब स्थानीय लोगों ने तंग आकर सड़क चोरी का मामला उठाया है।