यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे का दूसरा ट्रायल रन शुरू, 56 घंटे में जलेगा 10 टन कचरा
प्रशासन ने दूसरे ट्रायल के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दूसरे चरण में कुल 10 टन कचरे का निष्पादन किया जाएगा। कचरा 180 किलो प्रति घंटे की दर से जलाया जाएगा।

पीथमपुर। मध्य प्रदेश के धार जिला अंतर्गत पीथमपुर स्थित रामकी इनवायरो में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे का दूसरा ट्रायल रन शुरू हो गया है। इस ट्रायल रन में 10 टन कचरा 56 घंटे में नष्ट किया जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण विभाग की टीम भी रामकी पीथमपुर वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी में मौजूद रहेगी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है।
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि बुधवार रात 10:30 बजे इनसीनीरेटर को डीजल से चालू किया गया था। इनसीनीरेटर को 850 से1000 डिग्री तापमान तक पहुंचाया जाएगा। गुरुवार सुबह 11 बजे से कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
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प्रशासन ने दूसरे ट्रायल के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दूसरे चरण में कुल 10 टन कचरे का निष्पादन किया जाएगा। कचरा 180 किलो प्रति घंटे की दर से जलाया जाएगा। यह प्रक्रिया 8 मार्च तक चलेगी। जिसमें 56 घंटे से ज्यादा का समय लगेगा। अधिकारियों के अनुसार पहले ट्रायल की सभी रिपोर्ट सामान्य आई हैं।
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक इस कचरे के निपटान का परीक्षण सुरक्षा मानदंडों का पालन करते हुए तीन दौर में किया जाना है और अदालत के सामने तीनों परीक्षणों की रिपोर्ट 27 मार्च को पेश की जानी है। बता दें कि भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार कारखाने का कचरा पीथमपुर लाए जाने के बाद इस औद्योगिक क्षेत्र में कई विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने इस कचरे के निपटान से इंसानी आबादी और आबो-हवा को नुकसान की आशंका जताई जिसे प्रदेश सरकार ने सिरे से खारिज किया है।
प्रदेश सरकार का कहना है कि पीथमपुर की अपशिष्ट निपटान इकाई में यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के सुरक्षित निपटान के पक्के इंतजाम हैं। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक कचरे के निपटान के पहले दौर में इस संयंत्र से पार्टिकुलेट मैटर (पीएम), सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, हाइड्रोजन क्लोराइड, हाइड्रोजन फ्लोराइड और टोटल ऑर्गेनिक कार्बन का उत्सर्जन मानक सीमा के भीतर पाया गया था।