Covaxin Trials: भोपाल पहुंचे कोवैक्सीन के एक हजार डोज

भोपाल में भारत बॉयोटेक की वैक्सीन का ट्रायल, वालेंटियर्स को लगेगा कोवैक्सीन का पहला टीका, अगले दस दिनों में 2-3 हजार लोगों पर होगा ट्रायल

Updated: Nov 27, 2020, 03:04 PM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल होने जा रहा है। यह ट्रायल स्वदेशी निर्मित कोवैक्सीन का होगा जिसमें हजारों वालेंटियर्स शामिल होंगे। भोपाल में कोवैक्सीन के एक हजार डोज पहुंचाए गए हैं, जिन्हें 10 दिनों के भीतर वालेंटियर्स को दे दिया जाएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और भारत बायाेटेक इंटरनेशनल की कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुक्रवार काे भाेपाल के पीपुल्स मेडिकल काॅलेज में शुरू हाेगा। इसके लिए भारत बायाेटेक ने काॅलेज काे अपनी काेवैक्सीन के 1 हजार डाेज भेज दिए हैं। यहीं पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले पहले वॉलेंटियर को टीका लगेगा। इसकी बूस्टर डाेज 28 दिन बाद दी जाएगी।

बताया जा रहा है कि वैक्सीन का डोज लेने के बाद ट्रायल में शामिल प्रत्येक वाॅलेंटियर के सेहत की माॅनीटरिंग की जाएगी। शहर में करीब 2 से 3 हजार लाेगों को इसकी डोज लगाई जाएगी। पीपुल्स मेडिकल काॅलेज के डाॅक्टर्स ने मीडिया को बताया है कि ट्रायल में किसी भी हेल्थ वर्कर्स को यह टीका नहीं लगाया जाएगा, क्योंकि इन्हें काेविड के एक्सपाेजर का खतरा दूसरे वाॅलेंटियर से ज्यादा है। 

इसके अलावा गांधी मेडिकल काॅलेज (जीएमसी) में ट्रायल अगले हफ्ते शुरू होगा। जीएमसी प्रबंधन ने इसके लिए संस्थान में नई साइट तैयार की है। इसके दस्तावेज इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च काे भेज दिए हैं। काॅलेज के डीन डाॅ. अरुणा कुमार के मुताबिक आईसीएमआर ने संस्थान में काेवैक्सिन के क्लीनिकल ट्रायल की साइट पर असहमति जताई थी।