बरोदिया नोनागिर गांव में पीड़ितों से मिले दिग्विजय सिंह, चाचा का शव ला रही युवती की हुई थी संदिग्ध मौत

शनिवार रात काे विवाद के दौरान एक युवक की हत्या हो गई थी। मृतक का शव ला रही उसकी भतीजी की रविवार को रास्ते में संदिग्ध मौत हो गई। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सोमवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।

Updated: May 27, 2024, 04:36 PM IST

सागर। सागर जिले के खुरई के बरोदिया नोनागिर गांव में दलित शख्स कि हत्या और उसकी भतीजी की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरी घटनाक्रम की जानकारी ली।

दरअसल, मृतक युवती और उसकी मां से नौ माह पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राखी बंधवाई थी। सिंह को जैसे ही युवती की मौत की सूचना मिली वह अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे। वह दोपहर करीब 2:30 बजे अंजना अहिरवार के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से घटना के संबंध में चर्चा की।

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजेंद्र अहिरवार की हत्या के बाद कल अंजना अहिरवार से कॉल पर मेरी बात हुई थी। जब राजेंद्र अहिरवार की मौत हुई तो पुलिस को शव राहतगढ़ से होकर खुरई लाना चाहिए था, लेकिन पुलिस शव को सागर ले गई।

इस घटना के तार साल 2019 में हुई एक छेड़खानी की FIR से जुड़े हुए हैं। दरअसल, सागर जिले की खुरई विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बरोदिया नोनागिर गांव में साल 2019 में अंजना अहिरवार ने गांव के चार दबंगों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज़ कराई थी। दबंगों द्वारा पीड़ित परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। 

मुकदमा वापस लेने से इंकार करने पर बीते साल 24 अगस्त की शाम दबंगों ने पीड़िता के 18 वर्षीय भाई नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उसे रोकने की कोशिश करने पर दबंगों ने उसकी मां को निर्वस्त्र कर पीटा था। तब दिग्विजय सिंह पिछले साल रक्षाबंधन के दिन उसके घर पहुंचे थे और नितिन की मां-बहन से राखी बंधवाई थी। दिग्विजय सिंह की हस्तक्षेप के बाद नौ आरोपियों पर एससी-एसटी सहित हत्या का मामला दर्ज़ किया गया था। 

जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी जेल में है पर उनके परिजन अब पीड़ित के परिवार पर राजीनामे का दबाव बना रहे थे। राजीनामे से इंकार करने पर इस बार आरोपियों ने छेड़खानी पीड़िता के चाचा राजेंद्र अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हैरानी की बात ये है कि पोस्टमार्टम के बाद शव को एंबुलेंस से लेकर जा रही युवती की भी रास्ते में संदिग्ध मौत हो गई। एएसपी लोकेश सिन्हा के अनुसार युवती की शव वाहन से गिरने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुलिस इस बात की विवेचना कर रही है कि किन परिस्थितियों में युवती की मौत हुई है।

हालांकि, मृतक के भाई ने घटना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उसने कहा कि मुझे आचनक कॉल आया की आपकी बहन की एक्सीडेंट में मौत हो गई। वो अच्छी भली आ रही थी तो एंबुलेंस से कैसे गिर गई? उसने बताया कि पुराने केस में राजीनामे को लेकर आरोपी दबाव बना रहे थे। अगले महीने गवाही होने वाली थी। चाचा गवाह थे इसीलिए उन्हें बुलाकर जान से मार दिया और हमारी बहन के साथ ये हादसा करवा दिया।