दिग्विजय सिंह ने नरसिंहपुर के रोहिणी गांव को गोद लिया, इलाज की सुविधाएँ नहीं होने से परेशान हैं लोग

मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर का रोहिणी गांव कुपोषण का शिकार है, लोगों के बीमारी का इलाज कराने की सुविधा भी नहीं है

Updated: Feb 20, 2021, 06:15 AM IST

नरसिंहपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नरसिंहपुर के रोहिणी गांव को गोद लेने का एलान किया है। नर्मदा परिक्रमा कर चुके दिग्वियज सिंह नर्मदा जयंती के अवसर पर नरसिंहपुर पहुंचे कांग्रेस नेता ने रोहिणी घाट पर पूजा-अर्चना करने के बाद यह एलान किया। दिग्विजय सिंह की पहल पर रोहिणी गांव में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया, जिसमें आम लोगों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर अपनी सेहत की जांच कराई। 

रोहिणी गांव नोरा देई और नर्मदा नदी के बीच में बसा हुआ छोटा हुए गांव है। इस गांव में महज़ पचास के करीब घर हैं। विकास की रौशनी से दूर यह गांव स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से आज भी बेहद पिछड़ी हुई हालत में है। कुपोषण इस गांव की एक बड़ी समस्या है। ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। गांव में बदतर हालात की बानगी यह है कि ग्रामीणों के लिए नरसिंहपुर और जबलपुर पहुंच पाना भी दूर की कौड़ी साबित हो जाता है। गांव में लोग कई बार बीमार होने पर भी इलाज नहीं करा पाते।

विकास और स्वास्थ्य सेवाओं के इस संकट से जूझ रहे गांव को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गोद लिया है। इससे गांव के लोगों में उम्मीद की नई किरण जगी है। लोगों को भरोसा है कि पूर्व मु्ख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पहल से उनकी बहुत सारी समस्याओं का ज़रूर समाधान होगा।