शिवपुरी में खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं किसान, आधार कार्ड रखकर सड़क पर सोने को मजबूर

शिवपुरी में किसान खाद वितरण केंद्रों पर रातभर डेरा डाले रहते हैं। वहीं खाना खा रहे हैं और जमीन पर ही सो रहे हैं।

Updated: Oct 15, 2024, 06:55 PM IST

शिवपुरी। मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से अन्नदाता किसान परेशान है। पर्याप्त मात्रा में किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है तो उन्हें महंगे दामों पर अपनी जरूरतें पूरी करना पड़ रही है। प्रदेश में बड़े स्तर पर खाद की कालाबाजारी हो रही है। लेकिन सरकार न तो खाद दिलाने को लेकर गंभीर है न ही कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई हो रही है। सबसे खराब हालात शिवपुरी और नर्मदापुरम के हैं।

शिवपुरी में किसान खाद वितरण केंद्रों पर रातभर डेरा डाले रहते हैं। वहीं खाना खा रहे हैं और जमीन पर ही सो रहे हैं। कोलारस में नंबर लगाने के लिए सोमवार रात किसान ईंटों पर अपने आधार कार्ड रखकर सड़क पर ही सोए। वहीं, नर्मदापुरम में प्रति एकड़ एक बोरी और अधिकतम 10 बोरी डीएपी दी जा रही है। किसानों की मांग है कि अगर 30 एकड़ जमीन है तो एक बार में ही 30 बोरी डीएपी दिया जाए।

शिवपुरी जिले में किसानों ने खाद वितरण केंद्रों पर ही डेरा डाल लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से खाद नहीं मिली है। घर बार छोड़कर यहां पड़े हैं। प्रशासन ने सोमवार को अनाउंसमेंट कराया था। इसमें बताया गया था कि मंगलवार सुबह 8 बजे से कोलारस नई तहसील में टोकन बंटना शुरू होंगे और साढ़े 10 बजे से अनाज मंडी से खाद वितरण किया जाएगा।

शिवपुरी के खतौरा गांव के रहने वाले किसान अंकित भार्गव ने स्थानीय मीडिया बताया कि सोमवार रात से यहां आए हैं लेकिन मंगलवार को भी टोकन नहीं मिला। कई दिनों से खाद के लिए भटक रहे हैं। न खा पा रहे, न सो पा रहे हैं। दूसरे किसान ने बताया कि वह रविवार रात तीन बजे अपने गांव से आया है। सोमवार को खाद नहीं मिली। मंगलवार को खाद वितरण का अनाउंसमेंट सुना था। इसी के चलते उसने अपना नंबर ईंट पर आधारकार्ड रखकर लगाया ताकि सुबह जब वो उठे तो खाद का टोकन मिल जाए।