भारत में पहली बार हयात होटल्स की एंट्री, भोपाल के नूर-उस-सबाह पैलेस को चुना, नवाबी पैलेस का होगा कायाकल्प

झीलों की नगरी भोपाल में स्थित नूर-उस-सबाह पैलेस जल्द ही सुपर लग्जरी होटल में तब्दील होने वाला है, विश्वप्रसिद्ध अमेरिकी कंपनी हयात नूर-उस-सबाह का कायाकल्प करेगी और 20 वर्षों तक इसका मैनेजमेंट भी देखेगी

Updated: Aug 04, 2022, 05:29 AM IST

भोपाल। झीलों की नगरी भोपाल की शान और नवाबी रियासत का एहसास दिलाने वाला नूर-उस-सबाह पैलेस जल्द ही सुपर लग्जरी होटल में तब्दील होगा। अमेरिका की मशहूर कंपनी हयात होटल्स कॉरपोरेशन ने इसकी मैनेजमेंट संभालने की जिम्मेदारी ली है। इसी के साथ नूर उस सबाह भारत का पहला और एशिया का दूसरा ऐसा होटल होगा जिसे हयात ग्रुप में शामिल किया गया है।

अमेरिकन कंपनी हयात की अनबाउंड कलेक्शन विंग इस पैलेस का ओरिजिनल लुक बदले बिना इसे इंटरनेशनल पैरामीटर पर नई शक्ल देगी। हयात की एंट्री के साथ नवाबी पैलेस नूर-उस-सबाह की गिनती दुनिया के चुनिंदा लग्जरी होटल में हो जाएगी। इनमें होटल डू लौवर, पेरिस फ्रांस, रैंचो पेस्केडरो, टोडोस सैंटोस, मैक्सिको, परिसि उद्वार होटल, बुडापेस्ट, कार्मेल वैली रैंच, यूनाइटेड स्टेट और पनामा सिटी, साउथ अमेरिका शामिल हैं। इतना ही नहीं पूरे एशिया में ही हयात का अनबाउंड कलेक्शन अभी सिर्फ चाइना में है और अब इसकी एंट्री भारत में होने जा रही है।

बताया जा रहा है कि हयात की टीम ने राजस्थान समेत देशभर के कई हेरिटेज सिटी में प्रॉपर्टी देखी लेकिन आखिर में उन्हें भोपाल का नूर उस सबाह ही पसंद आया। नूर-उस-सबाह के CEO पंकज यादव के मुताबिक इसके ओरिजिनल फील को बिलकुल चेंज नहीं किया जाएगा, पर बदलाव बहुत होंगे। पैलेस के लुक, फील, लाइटिंग, गार्डन, कलर कॉम्बिनेशन, इंटीरियर से लेकर फ्लोरिंग हर एक चीज का स्टैंडर्ड अब हयात के अकॉर्डिंग होगा। यह पैलेस जनवरी 2025 तक पूरी तरह न्यू लुक के साथ शुरू हो जाएगा।

बता दें कि हयात कॉर्पोरेशन दुनिया भर में होटल्स, रिसॉर्ट्स के साथ उसे मैनेज करने का एग्रीमेंट करती है। अपनी अनबाउंड कलेक्शन विंग के तहत कंपनी उन होटल्स को चुनती है, जो हेरिटेज प्रॉपर्टी में आते हैं। हयात का अनबाउंड कलेक्शन वर्ल्ड वाइड हैरिटेज, रॉयल और प्रीमियम प्रॉपर्टी के साथ जुड़ा है। हयात कॉरपोरेशन ने 27 दिसंबर 1957 को लॉस एंजिल्स एयरपोर्ट पर हयात हाऊस के खरीद से शुरू हुआ था।

नूर-उस-सबाह का हिंदी अर्थ है सुबह की रोशनी। यह पैलेस 7 एकड़ में फैला हुआ है और इसका इतिहास 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। सन 1920 में बेगम सुल्तान जहां ने इस पैलेस का निर्माण कराया था। उनके बेटे हमीदुल्लाह खां भोपाल के आखिरी नवाब हुए। 15 अप्रैल 1998 को पैलेस पब्लिक के बेहतर एक्सपीरियंस के लिए होटल के तौर पर शुरू किया गया। 2018 तक पैलेस वेलकम ग्रुप ने मैनेज किया। 2022 से 20 साल के लिए हयात ग्रुप इसे मैनेज करेगा।