इंदौर में कोरोना के चार नए मामले, देश में 1326 एक्टिव केस, वैक्सीन का भी नहीं हो रहा असर

देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुवार को एक्टिव केसों की संख्या 1326 पहुंच गई। वहीं, मौतों की संख्या भी बढ़कर 14 हो गई है, इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं।

Updated: May 29, 2025, 03:51 PM IST

इंदौर। देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुवार को एक्टिव केसों की संख्या 1326 पहुंच गई। वहीं, मौतों की संख्या भी बढ़कर 14 हो गई है, इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में भी कोरोना के चार नए मामले सामने आए हैं।

इंदौर में अब तक कुल 16 मरीजों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 11 इंदौर के निवासी हैं। वर्तमान में 9 एक्टिव केस हैं और सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। वायरस के वैरियंट का पता करने के लिए सभी मरीजों के सैंपल भोपाल भेजे गए हैं। राहत की बात यह है कि सभी की हालत सामान्य है और किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हाल ही में सामने आए चार मरीजों में 43 वर्षीय एक महिला शामिल है, जो यूनाइटेड किंगडम से लौटी है। दूसरी संक्रमित 30 वर्षीय महिला केरल से यात्रा करके लौटी है। यह महिला उस व्यक्ति की पत्नी हैं जिसकी रिपोर्ट केरल से लौटने के बाद पॉजिटिव पाई गई थी। संपर्क में आने पर उनका भी सैंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 

तीसरे मरीज 50 वर्षीय एक पुरुष हैं, जो हाल ही में मुंबई से इंदौर लौटे थे। वहीं चौथी मरीज इंदौर की ही 53 वर्षीय महिला है। सभी मरीजों में हल्के लक्षण हैं और वे होम आइसोलेशन में रहकर इलाज ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी कर रहा है।

मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CMHO) डॉ. बीएस सेतिया ने बताया कि जिन मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री हैं, उनमें सफर के दौरान संक्रमण की आशंका जताई जा रही है। सभी मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भोपाल भेजे गए हैं ताकि यह पता चल सके कि इनमें वायरस का कौन-सा वैरिएंट सक्रिय है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और सतर्कता बरतें।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया था, उन्हें भी सावधानी बरतने की जरूर है। इसकी वजह यह है कि वैक्सीनेशन नए वैरिएंट का असर होने से नहीं रोक सकता। हालांकि, वैक्सीनेशन की इम्यूनिटी अभी भी पूरी तरह से कमजोर नहीं हुई है। यह आपके शरीर को नए वैरिएंट से लड़ने में मदद जरूर कर सकती है।