डोली में नहीं हेलिकॉप्टर में विदा हुई दुल्हन, राजगढ़ में अनोखी विदाई देखने उमड़ी भीड़

दुल्हन की अनोखी विदाई, पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटे ने हेलिकॉप्टर में विदा करवाई दुल्हनिया,

Updated: Dec 13, 2020, 12:46 AM IST

देवास। आमतौर पर बारातें घोड़ी, बग्गी और कार में आती हैं और दुल्हनों की विदाई आलीशान गाड़ियों या डोली में की जाती है। लेकिन मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के हराना गांव की बेटी की विदाई औरों से अलग थी। यहां दुल्हन को विदा करवाने के लिए दूल्हे ने हेलिकॉप्टर का इंतजाम किया था। दुल्हन बनीं वर्षा नागर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी विदाई हेलिकॉप्टर से होगी। 

दरअसल पृथ्वीराज सिंह धाकड़ की शादी हराना गांव में पूनमचंद नागर के यहां हुई। दूल्हे के पिता दशरथ सिंह धाकड़ का सपना था कि उनके बेटा-बहू दूल्हा-दुल्हन के रूप में हेलीकॉप्टर में सवार होकर गांव आएं।

गांव में हेलीकॉप्टर के लिए हेलीपैड बनाया गया था। हारना गांव की यह पहली बारात थी जहां दूल्हा-दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से हुई। इस हाईटेक बारात का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।  

और तो और बारात की विदाई के दौरान सेल्फी लेने वालों की भीड़ जमा हो गई। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हेलिकॉप्टर और दूल्हे के साथ सेल्फी लेते नजर आए। आपको बता दें कि सेमलीधाकड गांव के किसान रामनारायण धाकड़ की बेटी वर्षा की शादी देवास के पृथ्वी सिंह धाकड़ के साथ हुई। दुल्हन के पिता किसान हैं, वहीं दूल्हा पेट्रोल पंप का संचालक है उसके पिता भी ठेकेदारी करते हैं।

हेलिकॉप्टर से बारात लाने के लिए लड़के वालों ने जिला प्रशासन से परमीशन मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने केवल एक तरफ की ही अनुमति दी। दूल्हा देवास जिले के महुडी गांव से बारात लेकर राजगढ़ जिले के हराना गांव पहुंचा, और फिर हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेकर अपने घर लौटा। इस अनोखी शादी के चर्चे जोरों पर हैं।