दो बेटियों की मां को ससुराल से भगाया, कहा, बेटा नहीं जन्मा तो हमारे किसी काम की नहीं

नौकरीपेशा महिला को दो बेटियों के जन्म के बाद सास-ससुर और जेठ ने घर से भगाया, कहा, घर में रहना है तो देने पड़ेंगे 10 हजार रुपये

Updated: Mar 13, 2021, 12:33 PM IST

Photo Courtesy : Bhaskar
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ग्वालियर। इक्कीसवीं सदी में आज बेटे-बेटियों में बराबरी और लैंगिक समानता को लेकर भले ही जितनी बातें कर ली जाएं लेकिन समाज में आए दिन इसके विपरीत हकीकत सामने आती रहती है। हालिया मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर अंचल के गुना का है। यहां एक नौकरीपेशा महिला को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया। सिर्फ इसलिए क्योंकि वह दो बेटियों की मां है। ससुराल वालों का कहना है कि उसने बेटा नहीं पैदा किया इसलिए उनके किसी काम की नहीं है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक हजीरा थाना क्षेत्र के बिरला नगर निवासी 38 वर्षीय सुमन लता की शादी आठ साल पहले सतीश वर्मा से हुई थी। सुमन गुना जिले के राघोगढ़ में शिक्षा विभाग में नौकरी करती हैं। शादी के बाद उन्होंने दो बेटियों को जन्म दिया। आरोप है कि इसके बाद से ही उनकी सास सुशीला, ससुर गोविंद और जेठ धर्मेन्द्र वर्मा परेशान करने लगे। बार-बार ताने दिए गए कि तू बेटे को जन्म नहीं दे सकती, इसलिए सतीश की दूसरी शादी करनी होगी। कई बार ससुरालवाले उसके साथ मारपीट भी करते रहे। इस दौरान पति बचाने आता तो उसे भी घर से निकाल देने की धमकी देते।

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हद तो तब हो गई जब एक दिन ससुरालवालों ने महिला से सारे गहने उतरवाकर उसे घर से निकाल दिया। पीड़ित महिला अपने मायके पहुंची और फिर हजीरा थाने में आकर घटना की पूरी जानकारी दी। उसकी शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसकी सास कहती है कि तुम नौकरी करती हो, या तो बेटा पैदा करो या फिर महीने का 10 हजार रुपए हर्जाना दो, तभी इस घर में रह सकोगी।